चिट-फंड कंपनी ने की लाखो की ठगी..लेकिन पुलिस अब तक तलाश रही है साक्ष्य

सूरजपुर

सूरजपुर जिले मे ठगी का कारोबार कई वर्षो से चला आ रहा है, जहां कई चिट फंड कंपनिया जिले के ग्रामीण अंचलो मे स्थानीय एजेंट बनाकर करोङो रुपए की ठगी कर चंपत हो जाते है, और पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रह जाती है, ऐसा ही एक और मामला आया है, सूरजपुर के हरिपुर गांव मे, जहां एक शिक्षक ने अपने साथी शिक्षक पर आरोप लगाया है कि साथी शिक्षक रोज वैली नामक कंपनी का ऐजेंट बनकर पैसे दुगुना करवाने के नाम पर लगभग चार लाख रुपए का वारा न्यारा कर दिया है। ये पूरी कहानी बाताते हुए अपने साथ हुई ठगी का आरोप शिक्षक माधवेश पाण्डेय ने लगाया है।

चिट फंड कंपनीयो के द्वारा अशिक्षित लोगो को ठगी का शिकार होते कई बार देखा गया है, लेकिन आर्थिक स्थिति के सुधार के लिए पढे लिखे लोगो के लिए चिटफंड कंपनिया पढे लिखे लोगो का ही सहारा लेती है, हरिपुर गांव निवासी माधवेश पांडे पेशे से तो शिक्षक है, लेकिन पैसे दुगुना करने के नाम पर चिटफंड कंपनी इनसे भी तीन लाख 86 हजार रुपए की ठगी कर चंपत हो गई, दरअसल पीङित शिक्षक ने बताया कि रोजवैली कंपनी का ऐजेंट बनकर उसका साथी शिक्षक लल्लु प्रसाद पहुंचा और पैसा इनवेस्ट करने की सलाह दिया, जहां रोजवैली कंपनी की पुस्तक मे अपनी तस्वीर दिखाकर साथी शिक्षक ने खुद को कंपनी का सक्सेस फुल लीडर बताकर झासे मे ले लिया,,वही साल 2015 मे ऐजेंट ने कंपनी को सरकार द्वारा बंद करने का हवाला देकर जल्द पैसा लौटाने कि बात करता रहा, जब पीङित शिक्षक को ठगी का ऐहसास हुआ तब जनवरी 2017 मे खङगंवा चौकी मे शिकायत के लिए पहुंचा और शुरु हो गया पुलिस का खेल, पीङित शिक्षक पिछले एक माह से गृहमंत्री समेत आई जी और सभी उच्च अधिकारीयो के चक्कर काट रहा है लेकिन पुलिस बस दफ्तर के चक्कर कटवाने का काम कर रही है।

चिटफंड कंपनी द्वारा ठगी का शिकार हुए लोग शर्म से पुलिस और प्रशासन के सामने नही आते, जिस कारण चिट फंड कंपनी और उसके ऐजेंटो के हौसले बुलंद होते है, ऐसे मे हरिपुर गांव का पीङित शिक्षक को खङगंवा पुलिस साक्ष्य का हवाला देकर शुरु मे तो चौकि से भगा दिया था, जहां पीङित शिक्षक ने पुलिस के पास चिट फंड कंपनी के दस्तावेजो मे एजेंट शिक्षक कि लगी तस्वीर को भी दिया है,,,वही खङगंवा पुलिस अब भी साक्ष्य जुटा कर जांच करने के बाद कार्यवाही करने कि बात कह रही है। बहरहाल एक माह मे भी पुलिस मामले मे साक्ष्य ही तलाश कर रही है, तो दूसरी ओर पीङित शिक्षक अब अपने आर्थिक तंगी से मानसिक रुप से परेशान है, वही सूरजपुर जिले मे खुले आम घूम रहे चिट फंड कंपनीयो के ऐजेंटो के गिरेबान तक सो रही पुलिस के हाथ कब पहुंचते है यह देखने वाली बात होगी।