बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)..इन दिनों जिले के परिवहन विभाग में इस कदर करप्शन ने अपनी जड़ें मजबूत कर रखी है..की सड़कों पर सरपट दौड़ती ओव्हर लोड गाड़ियों पर लगाम लगाना तो क्या?.परिवहन विभाग (आरटीओ) खड़ी ओव्हर लोड गाड़ियों पर भी कार्यवाही करने से बचती-बचाती नजर आ रही है..
वही विश्वस्त सूत्रों की माने तो जिलामुख्यालय के मध्य से होकर गुजरने वाली एनएच 343 पर सरपट दौड़ती गाड़ियों से परिवहन अधिकारी लाखो रुपयों की उगाही कर उन्हें जीवनदान देने में लगे हुए है..तभी तो “सईया भये कोतवाल तो डर काहे का'” की तर्ज पर ये ओव्हर लोड वाहन बेलगाम दौड़ती नजर आ जाया करती है…
सरपट दौड़ती गाड़ियों को तो छोड़िए..कम से कम खड़ी गाड़ियों पर तो कार्यवाही कर लेते साहब!..
दरसल मुख्यालय से राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 343 होकर गुजरती है..जो पड़ोसी राज्य झारखण्ड को छत्तीसगढ़ से जोड़ती है..और इस रूट पर रोजाना सैकड़ो की संख्या में गिट्टी से लेकर अन्य मालवाहक भारी वाहन ओव्हर लोड सामग्री लेकर सरपट दौड़ती है..जिस पर परिवहन विभाग कार्यवाही तो करता नही है..पर सड़क किनारे कतार बध्द तरीके से खड़ी ओव्हर लोड ट्रकों और हाईवा पर से भी विभागीय अधिकारी नजर फेर लेते है..क्योकि इन वाहनों से विभाग को अवैध तरीके से अच्छी खासी आमदनी हो जाती है..सूत्रों की माने तो इन ओव्हर लोड वाहनों से हर महीने प्रत्येक गाड़ियों से परिवहन अधिकारी को दो-दो हजार रुपये मिलते है..
आखिर आपके करप्शन की भूख कब मिटेगी साहब!..
बता दे की जिले का परिवहन दफ्तर शहर के मध्य एनएच से महज 100 मीटर की दूरी पर ही स्थित है..बावजूद इसके सूचना देने पर भी आरटीओ का अमला मौके पर नही पहुंच पाता जो समझ से परे है..”एक ऐसा ही वाक्या आज देखने को मिला जब एनएच में स्थित ग्राम भनौरा में खड़ी ओव्हर लोड गाड़ियों पर कार्यवाही करने जिला परिवहन अधिकारी को सूचना दी गई ..और अधिकारी मुख्यालय में मौजूद होते हुए भी मौके पर नही पहुँचे ..और यह वाक्या प्रमाणित करता है की वे अपने कर्तव्य निर्वहन के प्रति कितने ईमानदार है..