एक्सपर्ट्स की मसक्कत के बाद भी नहीं सुधरी अस्पताल की ड्रेनेज व्यवस्था

मेडिकल कॉलेज अस्पताल की ड्रेनेज व्यवस्था बनाना टेढ़ी खीर

सीजीएमएससी के इंजीनियर कर रहे मशक्कत, परंतु निकासी अभी तक नहीं

अम्बिकापुर “दीपक सराठे”

मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अंदर व परिसर के गंदा पानी निकासी की व्यवस्था करना टेढी खीर बन चुका है। निकासी की एक मात्र व्यवस्था निजी जमीन होने के कारण अब तक अस्पताल का ड्रेनेज जाम होने से संक्रमण का भी खतरा बढ़ता जा रहा है। सीजीएमएससी के इंजीनियर व ठेकेदार ने आज बुधवार को ड्रेनेज व्यवस्था बनाने के लिये मशक्कत जरूर कीए परंतु अभी तक इस गंभीर समस्या का कोई भी उपाय कारगर नहीं हो सका है। जेसीबी से अस्पताल परिसर की विभिन्न जाम नालियों की खुदाई तो कर दी गई और निजी जमीन की ओर दीवाल भी फोड़ दिया गयाए परंतु पानी अभी भी बाहर नहीं निकल पा रहा है।

गौरतलब है कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल की ड्रेनेज व्यवस्था कई महीनों पहले से बिगड़ चुकी है। आलम यह है कि सभी ओर की नालियां कचरे से जाम हो चुकी है और बजबजाती नालियों की सड़ांध से मरीजों का भी बुरा हाल है। स्थिति ऐसी है कि जाम नालियों से मच्छरों की तादाद भी बढ़ चुकी है। गत दिनों सरगुजा कलेक्टर भीम सिंह ने अस्पताल के निरीक्षण के दौरान इस बड़ी समस्या से निपटने के लिये अधिकारियों को निर्देशित किया था। अस्पताल परिसर स्थित कुपोषित बच्चों के लिये बनाये गये पूरक पोषण पुर्नवास केेंद्र के पीछे जाम डे्रेनेज की वजह से बदबू का साम्राज्य केंद्र के अंदर बन चुका था। यह स्थिति आज भी है। कलेक्टर के निर्देश के बाद सीजीएमएससी का इंजीनियर व ठेकेदार ने आज पोषण केंद्र के पीछे से जाम ड्रेनेज को जेसीबी से खुदवाकर पुराने सीएमओ कार्यालय व नेत्र विभाग के सामने से खुदाई करते हुये जाम गंदे पानी को निजी जमीन के रास्ते से निकालने की कोशिश कीए परंतु अभी तक जाम गंदा पानी बाहर नहीं निकाला जा सका है। अस्थाई रूप से बनाये जा रहे इस व्यवस्था में जब इंजीनियरों को इतनी मशक्कत करनी पड़ रही है तो उक्त निजी जमीन में निर्माण कार्य होने के बाद स्थिति क्या होगी यह समझा जा सकता है। फिलहाल व्यवस्था बनाने में सीजीएमएससी के अधिकारी लगे हुये हैं।