अब तो फाइनल हो गया की तहसीलदार ही लड़ेंगे चुनाव..!

अंबिकापुर (कृष्ण मोहन कुमार) छत्तीसगढ़ में इसी वर्ष विधानसभा चुनाव होने वाले है,और विभिन्न राजनैतिक दलों के नेता विधानसभा टिकट की दावेदारी में उलझे हुए हुए,तो वही राजनैतिक पार्टियों में भी वोटरों को रिझाने की नीति पर भी चर्चाओं और बैठको का दौर जारी है,यही नही इसी कड़ी में सरगुजा संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर में तीन जिले सरगुजा,सूरजपुर और बलरामपुर के भाजपा पदाधिकारियो की बैठक हाल ही के दिनों में भाजपा संगठन महामंत्री सौदान सिंह लेने पहुँचे थे, उन्होंने  पदाधिकारियो को मिशन 2018 के लिए टिप्स भी दी थी। इधर संभाग की रामानुजगंज विधानसभा सीट से एक तहसीलदार के चुनाव लड़ने की आशंका भी हडकंप मचाये हुए थी.. लेकिन वर्तमान में तहसीलदार के पोस्टर वार को देखकर लगता है की अब फाइनल है की तहसीलदार चुनाव लड़ेंगे ही..!

संगठन ने सिरे से खारिज कर दिया था-इस मसले को

भारतीय जनता पार्टी की उक्त बैठक में उस वक्त महौल गरम हो गया,जब पार्टी पदाधिकारियों ने वर्तमान में  सूरजपुर जिले में तहसीलदार पद पर पदस्थ तुलसीदास मरकाम के भाजपा से रामानुजगंज विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की मंशा से संगठन महामंत्री को अवगत करा कर पूछा गया,लेकिन संगठन महामंत्री ऐसी किसी बात को सिरे से खारिज करते दिखे थे।

साहब का पोस्टर मोह-बाकियो की नींद हराम

जानकार सूत्रों की माने तो तुलसीदास मरकाम बलरामपुर जिले के रामचन्द्रपुर विकासखण्ड के ग्राम पिपरौल के निवासी है,और क्षेत्र रामानुजगंज विधानसभा के अंतर्गत आता है, यही नही भले ही विधानसभा चुनाव में टिकट बटवारे को लेकर भाजपा संगठन के सिरे से खारिज किया हो लेकन दावे पर उस वक्त मुहर लग जाती है, जब तुलसीदास मरकाम अपना पोस्टर छपवाकर रामानुजगंज विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में चस्पा करवा रहे है, उक्त पोस्टरों के माध्यम से  क्षेत्र वासियो को क्रिसमस, नये वर्ष,और मकर सक्रांति की बधाइयाँ प्रेषित की गई है, इतना ही नही इन ग्रामीण इलाकों में भाजपा से तहसीलदार साहब के चुनाव लड़ने की चर्चा भी खुले आम हो रही है।

चुनावी वर्ष में बहुत कुछ कह रहा साहब का-पोस्टर

वही चुनावी वर्ष में तहसीलदार साहब के इन पोस्टरों से चुनावी समीकरण बदलने के आसार तो है, क्योकि रामानुजगंज सीट से जनता कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है, और वर्तमान समय मे यह सीट कांग्रेस की झोली में है।