केंद्र की नरेंद्र मोदी कैबिनेट ने बुधवार को वीवीआईपी कल्चर के खिलाफ एक बड़ा फैसले लिया है. आने वाली 1 मई से अब सिर्फ 5 लोग ही लाल बत्ती का इस्तेमाल कर पाएंगे. अब सिर्फ राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश और लोकसभा स्पीकर ही लाल बत्ती का इस्तेमाल कर सकेंगे. बताया जा रहा है कि 1 मई तक प्रधानमंत्री भी लाल बत्ती का इस्तेमाल नहीं करेंगे. वित्त मंत्री अरुण जेटली दोपहर दो बजे कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देंगे.
कैबिनेट में लिये गए अन्य फैसले
कैबिनेट के दौरान कई अन्य फैसले भी लिये गये हैं. कैबिनेट ने 2019 लोकसभा चुनाव के लिए VVPAT मशीनें खरीदने मंजूरी दे दी है. सूत्रों के हवाले से खबर, चुनाव आयोग ने केंद्र सरकार के सामने प्रस्ताव रखा था.
हाल ही में खुद पेश किया था उदाहरण
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में वीवीआईपी कल्चर को दरकिनार कर सामान्य ट्रैफिक में लोककल्याण मार्ग से लेकर दिल्ली एयरपोर्ट कर का सफर तय किया था. भारत दौरे पर आई बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शुक्रवार (7 अप्रैल) को भारत पहुंची, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद ही उनकी अगुवानी करने पहुंच गये थे.
पीएम मोदी बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के स्वागत के लिये प्रोटोकॉल के विपरीत आईजीआई हवाईअड्डा पर खुद पहुंचे थे. इस दौरान उनके साथ सिर्फ ड्राइवर और एक एसपीजी कमांडो ही साथ थे.
16 लाख से ज्यादा VVPAT मशीने खरीदेगी सरकार
केंद्रीय कैबिनेट ने नई मशीन विद वोटर वैरीफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल (VVPAT) खरीदने के लिए तीन हजार करोड़ रुपये के फंड को मंजूरी दे दी है. वित्तमंत्री अरुण जेटली ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सरकारी बजट से इन मशीनों के खरीदने के खर्च की व्यवस्था होगी. अप्रैल 2017 में इन मशीनों के लिए ऑर्डर दिए जाएंगे, तो सितंबर 2018 तक इनकी आपूर्ति हो पाएगी. इसके बाद जितने भी चुनाव कराए जाएंगे. उनमें इन मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग लंबे समय से VVPAT की मांग करता रहा है.