मिशन 2023 : पामगढ़ विधानसभा में बाकी प्रत्याशी गोरेलाल बर्मन बिगाड़ रहा कांग्रेस प्रत्याशी शेषराज हरबंश का खेल…हाथी की चाल हुई तेज…तो बीजेपी प्रत्याशी संतोष लहरे को शिवरीनारायण में मिला रहा अपार समर्थन…

@संजय यादव
जांजगीर चांपा। पामगढ़ विधानसभा का मुकाबला धीरे-धीरे दिलचस्प होते जा रहा है. लगातार पीछे रहे भाजपा प्रत्याशी संतोष लहरे को धीरे-धीरे बढ़त होते दिख रहा है. वही शुरू से ही हाथी की चाल तेज है …लेकिन सबसे बड़ी मुसीबत कांग्रेस प्रत्याशी शेषराज हरबंश को झेलना पड़ रहा है.

पामगढ़ विधानसभा के पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी जो अब कांग्रेस छोड़कर जोगी कांग्रेस से अपना किस्मत आजमा रहे गोरेलाल बर्मन कांग्रेस का खेल बिगड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है..लगातार क्षेत्र में सघन दौरे बर्मन का यह बता रहा है कि उनकी सक्रियता अभी भी क्षेत्र में बरकरार है..पेशे से कलाकार गोरेलाल बर्मन लगता क्षेत्र के जनता से मिलते जुलते रहे हैं.. जिसका असर इस विधानसभा चुनाव में देखने को मिल रहा है.. जिससे सीधा कांग्रेस पार्टी को नुकसान होते दिख रहा है.

वही पामगढ़ के सबसे बड़े धार्मिक नगरी शिवरीनारायण में भाजपा प्रत्याशी संतोष लहरे का अच्छा जनसमर्थन मिलते दिख रहा है.. धर्मिक नगरी के चलते यहां लोगों का लगाव बीजेपी से है..क्योंकि बीजेपी राम मंदिर के मुद्दे को सबसे ज्यादा मुखर होकर उठाई है.. जिसका लाभ आप यहां होते दिख रहा है. वहीं कांग्रेस पार्टी लहर थोड़ा धीमी दिख रही है. हालांकि अभी मतदान दिन में समय है..अगर समय रहते कांग्रेस पार्टी अपनी स्थिति सुधार लेती है नतीजा में कुछ और बदलाव होने की संभावना हैं…लेकिन कांग्रेस पार्टी पर सीधा हमला जोगी कांग्रेस के प्रत्याशी गोरेलाल बर्मन का होते दिख रहा है.. लगातार अपने बयान एवं प्रचार प्रसार के माध्यम से कांग्रेस पार्टी पर सीधा हमला बोल रहे हैं. जिसका असर कांग्रेस पार्टी पर हो रहा है गोरेलाल बर्मन का बड़ा बयान आया है जिसमे कह रहे है कि स्थानीय प्रत्याशी को ही जनता चुनेगी जो उसके हर एक सुख दुख में काम आए , बाहरी प्रत्याशी को जनता यहां से उखाड़ फेकेगी…इस बयान के बाद मतदाताओं में भी इसका असर होते दिख रहा है…कि आने वाले समय में स्थानीय नेता ही उनके साथ में रहेंगे और हर सुख दुख में काम आएंगे.

वहीं बाहरी प्रत्याशी का दाग कांग्रेस प्रत्याशी नहीं मिटा पा रहा है. कांग्रेस प्रत्याशी का एक ही भरोसा है मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के योजना को अगर पार्टी प्रत्याशी द्वारा जनता तक पहुंचा सके तो यही कांग्रेस पार्टी के लिए संजीवनी का काम करेगा लेकिन सामान्य तौर पर किसी प्रकार का फायदा कांग्रेस को होते नहीं दिख रहा है।