[highlight color=”red”]जिला अस्पताल के सामने दुर्घटना मे युवक की मौत[/highlight]
[highlight color=”black”]आधे घंटे पहले मृत युवक के बच्चे ने तोडा था दम[/highlight]
[highlight color=”red”]अम्बिकापुर[/highlight]
गुरुवार की रात 8 बजे के लगभग स्थानिय जिला अस्पताल के सामने तेज रफ्तार मोटरसाईकिल की ठोकर से एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। स्थानिय लोगो ने उक्त व्यक्ति को लहुलुहान अवस्था मे अस्पताल के अंदर पंहुचाया , जंहा चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। बड़ी बात यह है कि उक्त व्यक्ति का नवजात पुत्र आधे घंटे पहले ही अस्पताल मे दम तोड दिया था। पत्नी की कमजोर अवस्था को देख वह अंडा लेने अस्पताल से बाहर निकला था। दूसरी ओर बाईक चालक युवक को भी चोटे आई थी। परंतु प्राथमिक उपचार करवा कर वह घर चल गया । पुलिस ने बाईक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
जानकारी के अनुसार थाना रामचंद्रपुर अंतर्गत ग्राम सेमराखार निवासी हरी प्रसाद पण्डो ने रविवार को अपनी पत्नी फुलबसिया को प्रसव पीडा होने पर जिला अस्पताल मे दाखिल कराया था। बच्चा सात माह मे पैदा होने पर काफी कमजोर था , इसी कारण से उसे अस्पताल के एसएनसीयू मे रखा गया था। गुरुवार की शाम नवजात की मौत हो गई। प्रसव के बाद कमजोर पत्नी को देख बच्चे की मौत का दुख लिए हरी प्रसाद अस्पताल के बाहर अण्डा लेने गया था। जैसे ही वो अस्पताल से निकलकर सडक पार कर रहा था। उसी दौरान उस मार्ग से जा रहे नगर के अग्रसेन चौक अस्तबल के पास निवासी शुभम साहू उम्र 18 वर्ष ने तेज रफ्तार मोटरसाईकिल चलाते हुए उसे ठोकर मार दी। स्थानिय लोगो द्वारा हरी प्रसाद को उठाकर अस्पताल के अंदर लाया गया। जंहा चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया । इस दुर्घटना मे घायल बाईक सवार प्राथमिक उपचार कराकर वंहा चलता बना। पुलिस ने मोटरसाईकिल को कब्जे मे लेकर बाईक चालक के विरुद् अपराध दर्ज कर लिया है।
बताया जा रहा है कि बाईक चालक के पास ना तो लाईसेंस था और ना ही ना ही वाहन के कोई कागजात थे। अस्पताल पंहुचे बाईक सवार घायल के परिजनो ने तत्काल उसे घर जाने को कहा और इस कोशिश मे थे कि उसकी जगह किसी लाईसेंसधारी का नाम पुलिस के सामने ला सके। बहरहाल ऐसा नही हुआ।
[highlight color=”red”]बिमार पत्नी की दुनिया हुई वीरान[/highlight]
हरि प्रसाद की पत्नी फुलबसिया मानषिक रुप से भी बिमार है घटना के बाद पुलिस ने उसे सारी जानकारी दी तो उसने कोई प्रतिक्रिया नही दी। उसे इसका आभास ही नही था कि कुछ देर पहले ही उसके नवजात पुत्र की मौत के बाद पति ने भी दुनिया छोड दी है। दुनिया उजड जाने के बाद भी फुलबसिया की आंखो मे आंसू तक नही थे।