Chhattisgarh News: शराब की बोतलों, गुटखा पैकेट से बनाया दुर्गा पंडाल, झांकी में दिखेगी गांजे की खेती; नशा छोड़ने के लिए शपथ जोन भी



दुर्ग भिलाई: 26 सितंबर से नवरात्रि की शुरुआत होने जा रही है। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में 270 से अधिक जगहों पर सोमवार से मां दुर्गा विराजेंगी। इस बार दुर्गा उत्सव समितियां पंडाल की भव्यता के साथ ही जन जागरूकता को लेकर विशेष झांकी भी तैयार करा रही हैं। पावर हाउस के लाल मैदान में नशा मुक्ति थीम पर बन रही झांकी की खूब चर्चा हो रही है।

कोरोना काल के लंबे अंतराल बाद जिले में फिर से पहले की तरह दुर्गा उत्सव की धूम दिखेगी। जिले में लगभग 60-70 बड़ी दुर्गा प्रतिमा भव्य पंडाल में बैठाई जा रही हैं। पंडालों को इतना भव्य रुप से सजाया जा रहा है कि, लोग मां दुर्गा के दर्शन के साथ पंडाल की भव्यता को देखने दूर-दूर से आएंगे। नेताजी सुभाष नवयुवक जागृति दुर्गोत्सव समिति लाल मैदान पावर हाउस इस बार अपना 51वां दुर्गा उत्सव मना रही है। यहां 14 फीट की विशाल मां दुर्गा की प्रतिमा विराजेंगी।

समिति ने इस बार भक्तों को नशे से दूर रहने का संदेश देने के लिए नशा मुक्ति थीम पर झांकियां तैयार करवाई है। इस झांकी को तैयार करने में 25 हजार से अधिक शराब की बोतलें लगाई गई हैं। गुटखे के पैकेट से पंडाल को सजाया गया है। पंडाल में गांजे की खेती को दिखाया गया है। इंजेक्शन के नशे और सिगरेट के नशे से नुकसान को दिखाया गया है।

दुर्गा पंडाल में लोगों को शराब, गांजा, सिगरेट, गुटखा, चरस, अफीम सहित अन्य सभी नशे के दुष्परिणाम को दिखाया गया है। इन झांकियों को देखने के बाद यदि किसी का मन बदलता है और वह नशा छोड़ना चाहता है तो उनके लिए यहां शपथ जोन बनाया गया है। लोग शपथ जोन में आकर मां दुर्गा को साक्षी मानकर नशा छोड़ने के लिए संकल्प ले पाएंगे।

समिति के प्रबंधक विजय सिंह ने बताया कि 26 सितंबर से 8 अक्टूबर तक कोविड-19 के दुष्प्रभाव से बचने के लिए वैक्सीनेशन शिविर लगाया जाएगा। यहां लोग पहले दूसरे और बूस्टर डोज निःशुल्क लगवा पाएंगे। वैक्सीनेशन का समय सुबह 10 से शाम 5 बजे तक रहेगा। इसके बाद 28 सितंबर को दोपहर 3 बजे से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया है। इसमें समिति के सदस्य सहित आमजन भी रक्तदान कर सकते हैं। समिति ने 51 यूनिट ब्लड डोनेट का लक्ष्य रखा है। 2 अक्टूबर को अस्थि रोग विशेषज्ञ सुबह 11 से 2 बजे तक हड्डी रोग से संबंधित जांच व उपचार करेंगे। इसी दिन दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक किडनी रोग विशेषज्ञों का शिविर लगाया जाएगा।

अष्टमी को हवन के बाद कन्या भोज का आयोजन किया गया है। 5 अक्टूबर दशहरे के दिन भंडारा होगा। 8 अक्टूबर को समिति की ओर से पूजा प्रांगण स्थल पर अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इसमें कई कवि भाग लेंगे।