जल संसाधन विभाग के चीफ इंजीनियर के बाद मुख्य लिपिक और डीईओ सस्पेंड, मुआवजा के लिए जारी करोड़ों रुपए गबन करने का मामला

बलरामपुर: जिले के जलसंसाधन विभाग सम्भाग क्रमांक 02 में 8 करोड़ 67 लाख की आर्थिक अनियमितता के मामले में प्रभारी कार्यपालन अभियंता संजय ग्रायकर के निलंबन के अब मुख्य लिपिक व डाटा एंट्री ऑपरेटर को भी मुख्य अभियंता ने दोषी पाते हुये निलंबित कर दिया है..वही मामले की जांच जारी है!..

दरअसल जलसंसाधन विभाग सम्भाग क्रमांक 02 रामानुजगंज के प्रभारी कार्यपालन अभियंता संजय ग्रायकर को पिछले हफ्ते ही राज्य सरकार ने वर्ष 2022-23 के विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं के भू-अर्जन मुआवजा प्रकरणों के लिये जारी किये 8 करोड़ 67 लाख की राशि मे बंदरबांट करने के आरोप में निलंबित कर दिया था..

जिसके बाद अब मुख्य अभियंता ने प्रभारी कार्यपालन अभियंता संजय ग्रायकर के साथ इस मामले में संलिप्त मुख्य लिपिक (अकाउंट) एम.के.पांडे व डाटा एंट्री ऑपरेटर संजीव सिह को निलंबित कर दिया है..और लगातार मामले की जांच जारी है..बता दे कि जिले का जलसंसाधन विभाग हमेशा सुर्खियों में बना रहा है..

इससे पहले भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान 7 माह पहले बतौर कार्यपालन अभियंता रहे यू.एस. राम को आर्थिक अनियमितता की शिकायत मिलने पर मुख्यमंत्री ने निलंबित करने के निर्देश दिये थे..वही एक बार फिर जलसंसाधन विभाग की कारगुजारियां उजागर होने पर एक अधिकारी समेत तीन कमर्चारियों पर निलंबन की गाज गिरी है..