Chhattisgarh News: एसी नहीं था तो महिला ने छोड़ा ससुराल, एक महीने पहले हुआ है प्रेम-विवाह, अब मामला पुलिस में…



बिलासपुर. प्रेम-विवाह के एक माह बाद ही युवती ने एसी नहीं होने पर ससुराल छोड़ दिया. मायके में आने के बाद उसने अपने पति पर मारपीट और धमकी देने का आरोप लगाया. साथ ही अपना सामान वापस दिलाने पुलिस के पास आवेदन दिया. इस पर पुलिस ने पति के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की है. कोतवाली क्षेत्र में रहने वाली 21 वर्षीय युवती का कश्यप कालोनी में रहने वाले युवक से तीन साल से पहचान थी. दोनों एक दूसरे को पसंद करते थे. दो महीने पहले उन्होंने आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली. इसके बाद दोनों एक साथ रहने लगे. पांच मई को युवती अपने मायके आ गई. दो दिन बाद उनका पति लेने के लिए आया.

इस पर युवती ने पति के घर में एसी नहीं होने के कारण जाने से इन्कार कर दिया. इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया. महिला ने इसकी शिकायत कोतवाली थाने में की. महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि उसका पति आए दिन मारपीट करता है. साथ ही फोटो को इंटरनेट मीडिया में प्रसारित करने की धमकी देता है. महिला ने अपने सामान को वापस दिलाने की मांग पुलिस से की. इस पर पुलिस ने पति को थाने बुलाकर पूछताछ की. पूछताछ में पति ने बताया कि पूरा विवाद एसी को लेकर है. इसके बाद पुलिस ने पति के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की है. वहीं, महिला का सामान वापस दिलाया गया है.

युवक और युवती का तीन सालों से प्रेम संबंध चल रहा था. दोनों शादी करना चाहते थे. एक ही समाज के होने के बावजूद दोनों के परिवार वाले इसके खिलाफ थे. दोनों ने परिवार वालों की मर्जी के खिलाफ आर्य समाज में शादी कर ली. इसके बाद वे चांटीडीह में रहने के लगे. शादी के दो महीने बाद ही दोनों के संबंधों में खटास आने लगी. इसके बाद महिला अपने मायके में आकर रहने लगी. दो दिन बाद पति उसे लेने के लिए आया तो महिला ने उसके साथ जाने से मना कर दिया. महिला के पिता ने भी अपनी बेटी को भेजने से इन्कार कर दिया.

महिला ने स्वजन के साथ थाने पहुंचकर बताया कि उसके पति ने इंटरनेट मीडिया में अश्लील तस्वीर वायरल करने की धमकी दी है. इसकी जांच में पता चला कि युवक ने अपने इंटरनेट मीडिया एकाउंट से केवल शादी की ही तस्वीर प्रसारित की है. पुलिस ने महिला का बयान लिया तो इसमें एसी नहीं होने की बात सामने आई. साथ ही पति ने मारपीट की बात को भी गलत बताया. इसके बाद उसके खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई.