ब्रेकिंग : कोणार्क बीएड महाविद्यालय जांजगीर में अनिमितता की शिकायत पर यूनिवर्सिटी से जांच टीम कॉलेज पहुचीं… प्रबंधन में मचा हड़कंप.. मीडिया को भी रोका..

जांजगीर चाम्पा। जिला मुख्यालय मे जोबी गांव में संचालित कोणार्क बीएड डीएड महाविद्यालय में उस समय हड़कंप मच गया जब नंद कुमार पटेल यूनिवर्सिटी से जांच में अधिकारी पहुंचे। बताया जा रहा है कि कॉलेज में भारी अनिमितता है। जिसकी शिकायत कमल सिंह ने सचिव उच्च शिक्षा विभाग महानदी भवन नवा रायपुर अटलनगर, रायपुर (छ.ग.) से की है। शिकायत में बताया है कि शिक्षा महाविद्यालय खोखसा चौक जांजगीर चाम्पा में संचालित है जो कि शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय रायगढ़ छ.ग. से सम्बन्धता प्राप्त है। जिसमें डी.एल.एड., बी.एड., और एम.एड. कोर्स संचालित हैं। जहां कॉलेज प्रबंधन द्वारा भारी अनिमितता किया गया है वही कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं से भी ज्यादा फीस वसूली जाती है। कॉलेज प्रबंधन के पास पर्याप्त स्टॉप भी नही है।
इन बिन्दुओ पर की जांच की मांग..
महाविद्यालय में परिनियम 28 में कुल 3 स्टॉफ हैं और कॉलेज में कुल 5 स्टॉफ हैं। जबकि नियमानुसार कॉलेज में लगभग 42 स्टॉफ होना चाहिए। जिसमें से सिर्फ 5 स्टॉफ से पूरा कॉलेज संचालित हो रहा है। बाकी सिर्फ रजिस्टर में फर्जी दर्शाया गया है और सैलेरी भी बैंक से फर्जी तरीके से दर्शायी गई है। जिसकी सघन जांच हो और स्टाफ का फिजिकल वैरिफिकेशन हो। सारी सच्चाई आपके सामने आ जायेगी।
कोणार्क कॉलेज में एम.एड. कोर्स में सिर्फ रजिस्टर में ही उपस्थिति दर्ज होती है लेकिन कोई भी क्लास नहीं लगती है। क्योंकि क्लास लगाने के लिये स्टाफ ही नहीं है सभी छात्र परेशान रहते हैं। पढ़ाई के लिये, बिल्कूल भी पढ़ाई नहीं होती है और फीस सभी छात्रों से पूरी ली जाती है।
बी.एड. के छात्रों से तो नहीं आने के नाम पर फर्जी उपस्थिति करने के लिये 30 हजार अतिरिक्त फीस ली जाती है। शिकायतकर्ता ने बताया कि उक्त प्रकरण में विश्वविद्यालय में भी कई बार स्टॉफ द्वारा भी शिकायत की जा चुकी है। लेकिन कोई उचित कार्यवाही नहीं की गई है।
कॉलेज प्रबंधन ने किया मीडिया को गुमराह..
मीडिया को जैसे ही खबर मिली तो मौके पर मीडिया पहुंचकर कॉलेज प्रबंधन से जानकारी लेनी चाही लेकिन कालेज प्रबंधन ने मीडिया को झूठ बोलते हुए गुमराह करने लगी.. किसी भी जांच टीम के आने की खबर को झूठी बताएं इसको लेकर कई घंटे तक मीडिया एवं कॉलेज प्रबंधन के बीच नोकझोंक भी हुई.
 कॉलेज प्रबंधन एवं जांच टीम द्वारा मीडिया को कवरेज करने से रोकने की कोशिश की.. जिसको लेकर बार-बार प्रबंधन और मीडया के बीच विवाद की स्थिति भी बनी। आखिर कॉलेज में क्या भ्रष्टाचार हुई है जिसको छुपाने की कोशिश प्रबंधक द्वारा  किया जा रहा था।
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