अम्बिकापुर को मिला बेस्ट सेल्फ सस्टेनेबल सिटी का अवार्ड, इंडियन स्वच्छता लीग में 1 से 3 लाख जनसंख्या वाले शहरों में देश में प्रथम

अम्बिकापुर: स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में अम्बिकापुर को भारत सरकार द्वारा 5 स्टार शहर, बेस्ट सेल्फ सस्टेनेबल सिटी अवार्ड एवं 1 लाख से 3 लाख जनसंख्या श्रेणी में देश में द्वितीय तथा इंडियन स्वच्छता लीग में अम्बिकापुर की टीम को 1 से 3 लाख की जनसंख्या वाले नगरों में देश में प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की उपस्थिति में शनिवार को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के परिणाम घोषित किए गए।

इस अवसर पर आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप पूरी एवं राज्य मंत्री कौशल किशोर भी उपस्थित थे। महापौर डॉ अजय तिर्की, तत्कालीन आयुक्त विजय दयाराम के, वर्तमान आयुक्त प्रतिष्ठा ममगई, कार्यपालन अभियंता संतोष रवि एवं स्वच्छता दीदी शशिकला द्वारा पुरस्कार ग्रहण किया गया। नगर पालिक निगम अम्बिकापुर के इस उपलब्धि पर जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी-कर्मचारियों ने शहरवासियों को बधाई दी है।

स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 कुल 7500 अंक का था जिसमें 3000 अंक डॉक्यूमेंटेशन, डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन, 2250 सर्टिफिकेशन, 2250 सिटीजन फीडबैक के लिए था। 2022 सर्वेक्षण में कचरे का कलेक्शन एवं निपटान के साथ वेस्ट रिडक्शन हेतु अंबिकापुर में कई नवाचार किए गए। प्लास्टिक से दाना, सीमेंट प्लांट हेतु आरडीएफ, दीदी बर्तन बैंक, नेकी की दीवार, आदि का प्रयोग कर जनसहभागिता सुनिश्चित किया गया। इस सर्वेक्षण में अंबिकापुर द्वारा तरल अपशिष्ट प्रबंधन में नालियों के पानी के उपचार हेतु प्राकृतिक पद्धति का प्रयोग कर वाटर रिसाइकलिंग के क्षेत्र में कार्य किया गया। नगर के 36 सार्वजनिक एवं सामुदायिक शौचालयों का सुदृढ़ीकरण करके सुविधा सुनिश्चित की गई। स्वच्छता श्रृंगार योजना के माध्यम से समूह की दीदियों को रोजगार के साथ शौचालय संचालन की व्यवस्था की गई। नगर से निकलने वाले मल प्रबंधन हेतु एफएसटीपी प्लांट संचालित किए जा रहा है।

साथ ही नगर में 4 नवनिर्मित प्राइवेट कॉलोनियों में सीवरेज नेटवर्क और सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बिल्डर द्वारा लगाया गया है। नगर के 3000 से ज्यादा परिवारों द्वारा होम कम्पोस्टिंग के द्वारा गीले कचरे का घरों में निष्पादन किया जा रहा है, निगम द्वारा तैयार खाद का विक्रय कर आय अर्जन एवम् जैविक खेती को बढ़ावा देने में भी कार्य हो रहा है, नगर में निकलने वाले मलबे के प्रोसेसिंग कर विभिन उत्पाद तैयार किए जा रहे है।

निकाय के जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी, स्वच्छता दीदियों, द्वारा जन सहयोग से अंबिकापुर को स्वच्छता के क्षेत्र में अग्रणी बनाए रखने के लिए कार्य किया गया है। निगम क्षेत्र में विभिन्न एनजीओ, धार्मिक संगठन आदि के सहयोग से नगर में स्वच्छता रैली, सफाई अभियान आयोजित कर नागरिक सहभागिता सुनिश्चित की गई। वर्तमान में 18 एसएलआरएम केंद्रों में 470 दीदियां कार्यरत है, जो 48 वार्डों से डोरटूडोर कलेक्शन कर रहे है, प्रतिदिन 51 मीट्रिक टन कचरे को प्रोसेस कर कचरे के विक्रय से प्रतिमाह 9 से 10 लाख एवं यूजर चार्ज से 17 से 18 लाख कुल 26 से 28 लाख प्रतिमाह आय अर्जित की जा रही है। कचरे के विक्रय से 3 करोड़ 7 करोड़ कुल 10 करोड़ रुपए से अधिक आय स्वच्छता समूह द्वारा किया गया है।

अब तक का सफर –

अंबिकापुर नगर निगम स्वच्छ सर्वेक्षण 2017 में दो लाख की जनसंख्या में देश में प्रथम एवं पूरे देश में 15 वे स्थान में था। स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 में दो लाख की जनसंख्या में देश में प्रथम, बेस्ट प्रैक्टिस इनोवेशन में देश में अव्वल एवं पूरे देश में 11 वे स्थान में था। स्वच्छ सर्वेक्षण 2019 में दो लाख की जनसंख्या में देश में प्रथम एवं पूरे देश में 2 वे स्थान में था। एवम् 5 स्टार रेटिंग से पुरस्कृत किया गया था। स्वच्छ सर्वेक्षण 2020, 1 लाख से 10 लाख के जनसंख्या के शहरो में अम्बिकापुर अव्वल रहा। स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में 1 से 3 लाख में प्रथम एवं देश में पांचवा। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में 1 से 3 लाख में द्वितीय एवं देश में दसवां।