दुर्ग.. 24 साल की एमकॉम मे पढने वाली छात्रा मेघा साहू की डेंगू से मौत के बाद मृतको की संख्या 35 पहुंच गई है.. भिलाई के सेक्टर 9 की रहने वाली मेघा की मौत मे चिकित्सको की लापरवाही भी सामने आई है.. जबकि दो दिन पहले ही स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर ने डेंगू प्रभावित इलाके के साथ ही उस अस्पताल प्रबंधन को भी लापरवाही ना बरतने के सख्त निर्देश दिए थे.. इधर दुर्ग-भिलाई मे डेंगू से हो रही लगातार मौत को लेकर शासन प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य विभाग की जमकर किरकिरी हो रही है. और यही कारण है कि स्वास्थ्य व्यवस्था और बिमारी की रोकथाम के जिम्मेदारो पर गाज गिरने लगी है….
आंदोलन की सजा या मौत की जिम्मेदारी..
इधर जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने एक सूची जारी करते हुए सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक बर्खास्त कर दिया है.. बर्खास्त स्वास्थ्य संयोजको की संख्या 222 बताई जा रही है.. गौरतलब है कि बर्खास्त स्वास्थ्य संयोजक .. कर्मचारी संघ के प्रांतीय आव्हान पर आंदोलन मे थे और वेतन विसंगति सहित कई अन्य मांग को सरकार के खिलाफ हल्ला बोल रहे थे. जानकारी के मुताबिक जिले के मुख्य स्वास्थ्य एंव चिकित्सा अधिकारी ने बर्खास्तगी के लिए डेंगू और मलेरिया से हो रही मौत का हवाला दिया है…