396 छात्रों को IIT भेजने वाले आनंद सर नहीं दे पाए 4 सवालों के जवाब…

प्राइम टाइम की अर्बन टीआरपी में कौन बनेगा करोड़पति कई बड़े शोज पर भारी पड़ रहा है. केबीसी सीजन 9 का दसवां एपिसोड तब खास बन गया, जब इसमें गरीब बच्चों को मुफ्त में तैयारी कराकर आईआईटी भेजने वाले आनंद कुमार शामिल हुए. उन्हें शो के ‘नई चाह नई राह’ में बुलाया गया था. शो का यह सेगमेंट शुक्रवार के दिन दिखाया जाता है. आनंद कुमार एकेडमिक्स हैं. वो सुपर-30 पटना के संस्थापक हैं और पिछले 15 सालों में उनके 450 छात्रों में से 396 ने आईआईटी-एनआईटी जैसे टॉप संस्थानों में दाखिला लिया है.

ऐसे में ये देखना और भी दिलचस्प था कि केबीसी के सवालों का जवाब वो कितनी चतुराई से देते हैं. आनंद ने पूरा गेम बहुत ही आत्मविश्वास और खुशमिजाजी के साथ खेला. बीच-बीच में अमिताभ उनसे उनकी जिंदगी से जुड़े किस्सों के बारे में भी बात करते रहे.

लेकिन कई छात्रों का भविष्य बनाने वाले आनंद कुमार शो में चार सवालों का जवाब नहीं दे पाए. इनमें एक सवाल आयुष मंत्रालय से संबंधित था. इस सवाल का जवाब देने के लिए आनंद को ऑडियंस पोल का इस्तेमाल करना पड़ा. इसका सही जवाब था-एक्यूपंचर

इसके बाद उनके कंफ्यूजन की वजह बना भूगोल का ये सवाल. इसका जवाब उन्होंने 50-50 लाइफलाइन का इस्तेमाल करते हुए दिया. सही जवाब है- उत्तर प्रदेश

इसके बाद उन्हें कन्फ्यूजन हुआ आईआईटी से ही जुड़े एक सवाल पर. इस सवाल का जवाब देने के लिए उन्होंने अपने छात्र और जोड़ीदार को बुलाया. इसका सही जवाब था सत्या नडेला. सत्या आईआईटी के पूर्व छात्र नहीं थे.

आखिर में जब वो पहुंचे 25 लाख के सवाल पर, तो वह काफी कन्फ्यूज नजर आए. उन्हें इसके लिए फोनो फ्रेंड लाइफलाइन का भी इस्तेमाल किया, मगर कोई जवाब नहीं मिल सका. इसके बाद उनके साथ इस खेल को खेल रहे उनके छात्र अनूप कुमार ने इसका सही जवाब देने में उनकी मदद की. सही जवाब है- इंडियन होटल्स.

बता दें कि आनंद कुमार सुपर 30 के माध्यम से देश में शिक्षा के क्षेत्र में अहम योगदान दे रहे हैं. आनंद कुमार से बॉलीवुड इंडस्ट्री भी खूब प्रभावित है. बॉलीवुड के सुपरस्टार ऋतिक रोशन भी इनके फैन हैं. सुनने में आ रहा है कि ऋतिक आनंद कुमार के जीवन पर फिल्म भी बनाने जा रहे हैं. वैसे सुपर 30 के साथ आनंद कुमार का ये सफर साल 2002 में शुरू हुआ था. उनके संस्थान से पिछले 14 सालों में 396 छात्रों ने आईआईटी प्रवेश परीक्षा में सफलता हासिल की है.