अम्बिकापुर
शहर के पटपरिया इलाके के तालाब मे आज एक 15 वर्षीय युवक की गहरे पानी मे डूबने से मौत हो गई है। 8वी के पढने वाले छात्र के तालाब मे डूबने की खबर के बाद गोताखोरो ने बालक के शव को तो निकाल लिया है, लेकिन घटना स्थल वाले तालाब के बाहर मिट्टी मे लिखा उसका नाम और कुछ संकेत को देखकर क्षेत्र की गांधीनगर पुलिस मामले मे आत्महत्या का संदेह जता रही है। फिलहाल शव को पोस्टमार्डम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया है।
अम्बिकापुर के गांधीनगर थाना क्षेत्र के पटपरिया इलाके के तालाब मे सोमवार की दोपहर 12 बजे एक बच्चे को स्थानिय लोगो ने पानी मे डूबते देखा , जिसके बाद प्रत्यक्षदर्शियो ने मामले की सूचना गांधीनगर पुलिस को दी तो तकरीबन आधा घंटे बाद पंहुची गांधीनगर पुलिस ने बालक को तालाब के गहरे पानी से निकालने के लिए जिला होमगार्ड के गोताखोरो को घटना स्थल पर बुलाया। इधर गोताखोरो के आधा घंटे आते तक बालक को डूबे हुए तकरीबन 1 घंटे का वक्त बीत गया और फिर जाकर पटपरिया तालाब के गहरे पानी मे गोताखोरो ने बालक की तालाश शुरु की , तो तकरीबन एक से डेढ घंटे की कडी मश्ककत के बाद गोताखोरो के हाथ बालक का शव मिल सका।
जानकारी के मुताबिक पटपरिया तालाब मे डूबने से जिस बालक की मौत हुई है उसकी उम्र 15 वर्ष है और वो स्थानिय नमनाकला के कृष्णा कालोनी का रहने वाले कैलाश यादव का पुत्र है , जो पशुपालन कर दूध बेंचने का काम करते है। दरअसल शहर के नेहरु विद्या मंदिर के आठवी मे पढने वाला छात्र आज स्कूल नही गया था और प्राप्त जानकारी के मुताबिक इसी बात को लेकर मां ने उसे डांट फटकार भी लगाई थी। जिसके बाद वो घर से नाराज होकर निकल गया था। इधर मृत बच्चे की खोजबीन के बाद जब बच्चे का शव मिला तो बच्चे की मां और उसके छोटे भाई का रो-रो कर बुरा हाल गया है।
मृतक ने बनाया था घर की ओर तीर का निशान
घटना स्थल वाले तालाब के गहरे पानी मे जाने से पहले मृत बालक ने बकायदा अपना कपडा उतारा था, और कपडे के पास मिट्टी मे अपना नाम लिखा था, नाम लिखने के साथ ही उसने मिट्टी मे अपने मोहल्ले की ओर इशारा करते हुए एक तीर का निशान भी बनाया था। जिसे देखकर लोग और खुद पुलिस इसे आत्महत्या का मामला मान रही है।