पुलिस ने धरपकड़ का शुरू किया अभियान
अम्बिकापुर (दीपक सराठे )
सरगुजा जिले में घटित कई बड़े-छोटे अपराध में वर्षों से फरार स्थायी वारंटियों को पकडने की मुहिम पुलिस महा निरीक्षक के निर्देश पर अब प्रारंभ कर दी गई है। सबसे गंभीर बात यह है कि सरगुजा ेमें वर्तमान का आंकड़ा देखें तो अभी तक एक हजार से ज्यादा स्थायी वारंटियों का कोई पता व सुराग नहीं लग सका है। उन्हें जमीन निगल गई या असमान। वारंटियों को पकडने संबंधित थानों के पुलिसकर्मियों की धीमी गति को देखते हुये अब पुलिस महानिरीक्षक हिमांशु गुप्ता द्वारा सरगुजा संभाग के सभी पुलिस अधीक्षकों को उनकी धर-पकड़ के कड़े निर्देश दिये हैं। पुलिस अधीक्षकों ने अपने-अपने क्षेत्र के सभी थानों के प्रभारियों को फरार वारंटियों की सूची बनाकर दे दी है। स्थायी वारंटियों की इतनी बड़ी तादाद में फरार रहने के इस गंभीर मामले में 11 पीएसआई को भी अभियान में शामिल किया गया है। इस अभियान के तहत पुलिस लगातार वारंटियों के ठिकानों पर दबिश देना भी प्रारंभ कर दी है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों का मानना है कि वर्षों से फरार इतनी बड़ी तादाद में फरार वारंटियों में से कुछ की तो मौत भी हो चुकी होगी और कुछ जेल में होने की भी बात पता चली है। इन फरार स्थायी वारंटियों में कई वारंटी संगीन वारदातों में संलिप्त रह चुके हैं। वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार कई वारंटी तो जिला छोड़कर भी दूसरे प्रांतों में रहने चले गये, जिसके कारण उनकी खोजबीन करना पुलिस के लिये बड़ी चुनौती बनी हुई है।
अब पहचान होगी आसान
वर्षों से फरार स्थायी वारंटियों के मामले में उप पुलिस अधीक्षक वेदव्रत सिरमौर ने कहा कि पूर्व में आरोपियों की जमानत आसानी हो जाती थी उस वक्त उनकी कोई पहचान नहीं ली जाती है और जमानत देने वाला भी फर्जी हो सकता था। इस कारण से जो लोग फरार हैं उन्हें खोजपाना काफी मुश्किल काम है, परंतु अब ऐसा नहीं होगा। वर्तमान में पुलिस विभाग के नये नियमों के तहत पकड़े गये आरोपियों की आईडी, फोटो, मोबाईल नम्बर, बैंक एकाउंट नम्बर परिजनों का नाम व पता सहित जमानतदार की पहचान के लिये आईडी फोटो सहित अन्य दस्तावेज जमा कराये जाने लगे हैं। इस प्रक्रिया से फरार वारंटियों को खोजना ज्यादा मुश्किल नहीं होगा।
वारंटी चढ़ा पानी टंकी पर
स्थायी वारंटी पकडने के इस अभियान के तहत बीती रात नगर के बाबूपारा मोहल्ले में कोतवाली पुलिस के साथ पहुंचे दो पीएसआई को लगभग 2 घंटे तक वारंटी को पकडने मशक्कत करनी पड़ी। बाबूपारा निवासी संजय सिंह पिता मोहन सिंह 44 वर्ष वर्ष 2012 में बलवा व मारपीट के मामले में स्थायी वारंटी था। पुलिस जब उसे पकडने पहुंची तो वह कई प्रकार का तमाशा करते हुये घर के ऊपर पानी की टंकी में चढ़ गया और पुलिस को यह धमकी देने लगा कि अगर मुझे पकडने आगे बढ़े तो मैं वहां से कूदकर जान दे दूंगा। इस दौरान एक पीएसआई ने घर के पीछे की ओर से चुपचाप ऊपर चढ़ते हुये उसे पकड़ लिया और थाने ले आई।