सरगुजा में अधिकांश स्कूलों में बन्द रहा ताला…
अम्बिकापुर सरगुजा के सभी सातों विकाखण्डों में शिक्षाकर्मियों के हड़ताल के कारण अधिकांश स्कूल बन्द रहे। वैसे कई विकासखण्ड में हड़ताल से स्कूल संचालन में कोई असर न पड़े इसके लिए प्रशासन ने स्कूल संचालन की व्यवस्था आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व नियमित शिक्षकों को सौंपी थी किंतु इसके बाद भी स्कूलोंं तालाबन्द दिखे । मैनपाट , उदयपुर , लुंड्रा , अम्बिकापुर सीतापुर , बतौली ,लखनपुर विकास खण्ड मुख्यालय में तय समयानुसार शिक्षाकर्मियों का धरना प्रदर्शन प्रारम्भ हुआ। सभी ने शासन की लगातार हठधर्मिता व वादाखिलाफी के खिलाफ कड़ा आक्रोश व्यक्त करते किया।
मैनपाट विकासखण्ड में धरना प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए विकासखण्ड मोर्चा संचालक रमेश यागिक ने कहा कि वर्तमान सरकार के द्वारा हमारे मांगो को हर चुनाव में अपनी घोषणा पत्र,संकल्प पत्र में रखा है पर उन पर अमल अभी तक नही है। शिक्षाकर्मियों की मांगी पर सरकार तत्काल पहल करे नही तो 20 नवम्बर से अनिश्चित कालीन हड़ताल के लिए हम तैयार हैं ।
उदयपुर विकासखण्ड के संचालक लखन राजवाड़े ने कहा कि हमारी सबसे छोटी मांग महीने के 5 तारीख तक वेतन भुगतान की मांग आज तक पूरी नही हो पाई इसी से सरकार की हमारी प्रति सवेंदनशीलता का पता चलता है । हमारी मांगो पर अपनी आंख मूंदने नही दिया जा सकता है। लुंड्रा विकासखण्ड के आंदोलन के मोर्चा संचालक रणबीर सिंह चौहान ने कहा कि हम आंदोलन में व्यस्त रखकर सरकार छतीसगढ़ के नौनिहालों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है है । हमारी मांगी पर त्वरित पहल कर छत्तीसगढ़ के भविष्य संवारने में हमारी मदद करें। इसी तरह सरगुजा के सभी विकासखण्डों में शिक्षाकर्मीयों ने सरकारी उदासीनता पर आक्रोश व्यक्त किया । सरगुजा जिले के 1330 प्राथमिक शाला , 565 माध्यमिक शाला व 155 हाई स्कूल हायर सेकेंडरी स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित रही। आज सरगुजा जिले के के लगभग 5600 शिक्षक पंचायत संवर्ग हड़ताल में शामिल हुए। जिससे जिले की 90% स्कूलों में ताला बन्दी की स्थिति रही।
आज सभी विकासखण्डों में धरना प्रदर्शन व रैली के माध्यम से अपनी नौ सूत्रीय मांग जैसे संविलियन, मूलपदों पर शासकीयकरण, क्रमोन्नति, सहायक शिक्षक पंचायत की वेतन विसंगति, स्पष्ट स्थानांतरण नीति आदि को लेकर अनुभागीय दंडाधिकारी, तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री सहित समस्त विभागीय मंत्रियों व सचिवों के नाम से ज्ञापन सौंपा गया। मोर्चा के जिला संचालक मनोज वर्मा , सर्वजीत पाठक , राकेश वर्मा ने बताया कि हम लगातार विभिन्न मौकों पर सरकार के प्रतिनिधियों को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन व अन्य माध्यम से अवगत कराते रहे हैं किंतु आज तक कुम्भकर्णी नींद से नही जाग रही है सरकार। आज के आंदोलन से सरगुजा के 70 % स्कूलों में तालाबन्दी की नौबत रही है। अगर 20 नवम्बर तक मांगो पर सकारात्मक पहल नही होता है तो हम अनिश्चित काल के लिए शाला का बहिष्कार करेंगे।
आज के धरना प्रदर्शन में अमित सिंह , अरविंद सिंह , राजेश गुप्ता , काजेश घोष , उमेश मिश्रा , रामबिहारी गुप्ता , संजय चौबे , नाजिम खान , प्रशांत चतुर्वेदी , शुशील मिश्रा , संजय चौबे , करण सिंह जोगी , सुरित राजवाड़े , राकेश पांडे , अमित सोनी , अजय मिश्रा ,जवाहर खलखों , लव कुमार , नीतू सिंह , अर्चना बरवा , प्रतिमा नामदेव , निरूपा भगत , अनीता भगत , अनिता तिवारी , योअल लकड़ा ,देवेंद्र पांडे , विजय सिंह , सत्य प्रकाश गुप्ता , महेश यादव , विशाल गुप्ता , अजय वरदान , रोहिताश शर्मा सहित हर विकासखण्ड में हजारों शिक्षाकर्मी उपस्थित रहे।