शहीद मनोज की प्रतिमा शहादत के चार साल बाद स्थापित ,,,, प्रशासनिक आदेश के बावजूद पंचायत उपलब्ध नही करा रहा था जमीन,,,

जांजगीर चाम्पा। सीआरपीएफ के 80 वीं बटालियन के जवान मनोज कुमार नक्सलियों से लोहा लेते हुए थे वीरगति को प्राप्त बाराद्वार क्षेत्र के कुम्हारीकला गांव मे हुई स्थापना जांजगीर-चांपा जिले मे नक्सलियों से लड़ाई के दौरान शहीद जवान मनोज बरेठ की की प्रतिमा का अनावरण आज हो गया शहीद मनोज बरेठ की प्रतिमा की स्थापना के लिए ग्राम पंचायत द्वारा महज 6 फीट की जमीन भी उपलब्ध नही कराई जा रही थी जिसकी खबर प्रमुखता के साथ मीडिया मे दिखाई गई थी जिसके बाद अब प्रतिमा का स्थापना और अनावरण संभव हो सका है। इस दौरान विशेष रूप से पद्यश्री गणेश दामोदर बापट और सीआपीएम के डीआईजी सहित आम और खास लोग मौजूद रहे। शहीद मनोज बरेठ बाराद्वार थाना क्षेत्र के कुम्हारीकला के रहने वाले थे। दरअसल दरअसल 11 मार्च 2014 को सुकमा के तोंगापाल मे नक्सलियों के साथ लोहा लेते हुए सीआरपीएफ के 80 वीं बटालियन के जवान मनोज कुमार बरेठ वीरगति को प्राप्त हुए थे अंतिम संस्कार के दौरान ग्रामिणों की मांग पर प्रशासन ने प्रतिमा स्थापना की घोषणा की थी मगर घोषणा के बाद ना तो प्रतिमा बनवाई गई और ना ही ही कोई पहल की गई जिसके बाद परिजनों प्रतिमर बनवाई मगर 4 साल से प्रतिमा स्थापना के लिए ग्राम पंचायत कुम्हारीकला के द्वारा चंद फिट जमीन तक उपलब्ध नही कराई जा रही थी मीडिया में इस खबर को प्रमुखता से दिखाई गई थी। जिसके बाद आज शहादत के चार साल बाद शहीद मनोज बरेठ की प्रमिता का अनावरण आज शहीद दिवस के दिन संभव हो सका है। इसके लिए एक औपचारिक कार्यक्रम का भी आयोजन कुम्हारीकला मे किया गया जिसमे पद्यश्री गणेश दामोदर बापट और सीआपीएम के डीआईजी सहित बड़ी संख्या मेलोग शामिल हुए। इस दौरान डीआईजी ने घटना को याद करते हुए शहीद मनोज बरेठ के देश और समाज के लिए बलिदान को याद किया।