अम्बिकापुर. छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयुक्त ठाकुर राम सिंह ने आसन्न त्रिस्तरीय पंचायत आम निर्वाचन की तैयारियों को लेकर आज कलेक्टोरेट सभा कक्ष में सरगुजा संभाग अन्तर्गत आने वाले जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित निर्वाचन से जुडे़ अधिकारियों की बैठक ली. उन्होंने पंचायत निर्वाचन के सफल संपादन के लिए विभिन्न चरणों में की जाने वाली तैयारी का विस्तार से समीक्षा कर अधिकारियों आवश्यक निर्देश दिए. श्री सिंह ने कहा कि राज्य निर्वाचन आयोग पर स्वतंत्र और निष्पक्ष निर्वाचन की जिम्मेदारी है. निर्वाचन के प्रत्येक चरण में अधिकारी और कर्मचारी पूरी निष्पक्षता से अपने दायित्व का निर्वहन करें. हर चरण में जनता का भरोसा न टुटे और पुलिस प्रशासन तथा जिला प्रशासन के प्रति जनता का भरोसा बनी रहे.
राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री सिंह ने कहा कि बीते महीने ही नगरीय निकाय निर्वाचन को कुशलतापूर्वक एवं शांतिपूर्ण सम्पन्न कराया है. उसी तरह पंचायत निर्वाचन को भी सम्पन्न कराने की जिम्मेदारी है. संसाधनों की कमी होने के बाद भी निर्वाचन को निर्विध्न एवं निष्पक्ष रूप से सम्पन्न कराने की चुनौती रहेगी. उन्होंने कहा पंचायत चुनाव में सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान कराना होता है. इसलिए आयोग ने तीन चरणों में मतदान कराने का निर्णय लिया है. प्रथम चरण में 28 जनवरी, द्वितीय चरण में 31 जनवरी तथा तृतीय चरण में 3 फरवरी 2020 को मतदान होगा. श्री सिंह ने कहा कि पंचायत निर्वाचन में किसी पार्टी का प्रत्यक्ष रूप से संबंध नहीं होता है फिर भी अपरोक्ष रूप से उम्मीदवारों का समर्थन रहता है इसलिए हर स्तर पर निर्वाचन को गम्भीरता से लें. निर्वाचन के दौरान किसी प्रकार की दबाव, तनाव तथा प्रभाव से पार पाने के लिए आदर्श आचरण संहिता का पालन कराना आवश्यक है. लोगों को आदर्श आचार संहिता के बारे में ज्यादा से ज्यादा बताएं और जागरूक करे. राजनैतिक या गैर राजनैतिक व्यक्ति हों उनके अधिकारों का हनन नहीं होना चाहिए.
श्री सिंह ने कहा कि मतपत्रों एवं मतपेटियों को सुरक्षित रखने के लिए प्रत्येक विकासखण्ड के टेजरी में रखने की व्यवस्था करें जहां टेजरी नहीं है वहां स्ट्रांग रूम बनाए. प्रथम चरण के मतदान के लिए 26 जनवरी शाम तक मतपत्र एवं मतपेटियों को विकासखण्डों में पहुंचाने की व्यवस्था करें. मतपेटियों की संख्या और गुणवत्ता को भलीभांति जांच कर लें. किसी प्रकार समस्या हो तो उसका निराकरण तत्काल निराकरण कर लें. निर्वाचन सामग्री की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता हो. श्री सिंह ने कहा कि मतदान दिवस की तैयारी के लिए सेक्टर अधिकारियों को पर्याप्त प्रशिक्षण दें और उन्हें मॉनिटरिंग की पूरी जिम्मेदारी दें. निर्वाचन अधिकारी सेक्टर अधिकारियों की बैठक लेकर सवेदनशील मतदान केन्द्रों के नियमित भ्रमण के निर्देश दें. उन्होंने कहा कि आदर्श आचरण संहिता का पालन कराने के लिए प्रचार वाहनों को अनुमति जारी करने के बाद ही भ्रमण की मंजूरी दें. प्रचार वाहनों का नियमित जांच अभियान भी चलाए ताकि किसी प्रकार की प्रलोभन की वस्तुएं परिवहन न होने पाये.
राज्य निर्वाचन आयोग श्री सिंह ने सरगुजा संभाग में निर्वाचन के तैयारियों पर संतुष्टि व्यक्त करते हुए कहा कि यहां के जिलों में निर्वाचन को लेकर बहुत ही कम शिकायत मिल रहे हैं तथा शिकायतों का निराकरण तेजी से किया जा रहा है. उन्होंने संभाग में ओनो एप्प के माध्यम से ऑनलाईन नाम निर्देशन पत्र प्रस्तुत करने में बेहतर प्रगति की सराहना की. उन्होने बताया कि प्रदेश में पहली बार ऑनलाईन नाम निर्देशन पत्र प्रस्तुत करने की व्यवस्था की गई. इस व्यवस्था से प्रभावित होकर अन्य राज्यों के द्वारा भी इसे अपनाने की बात सामने आ रही है. उन्होंने कहा कि मतदाता जागरूकता कार्यक्रम जाबो के द्वारा मतदाताओं को जागरूक करने के लिए विविध कार्यक्रम आयोजन में भी सरगुजा संभाग में बेहतर काम हो रहा है.
कमिश्नर ईमिल लकड़ा ने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत आम निर्वाचन नगरीय निकाय निर्वाचन से भिन्न होता है. इसमें मतदान के तुरंत बाद मतदान केन्द्र में ही मतगणना की कार्यवाही की जाती है. इसलिए यह निर्वाचन और भी संवेदनशील हो जाता है और कभी-कभी अप्रिय स्थिति भी निर्मित हो जाती है. इन परिस्थितियों से निपटने के लिए कानून व्यवस्था बनाने रखने के लिए पुलिस एवं उडनदस्ता टीम को सुचना के तत्काल बाद पहुंचने की व्यवस्था रखनी होगी. उन्होने कहा कि निर्वाचन को शांतिपूर्ण ढ़ंग से कराने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशो का सभी अधिकारी कर्मचारी कड़ाई से पालन करें. आयोग द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुसार तैयारियां जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन शीघ्रता से पूरी करें. उन्होंने कहा कि राज्य निर्वाचन आयुक्त द्वारा दिए गए निर्देशों का अनुपालन सभी जिला अधिकारी करें ताकि नगरीय निकाय निर्वाचन सफलतापूर्वक संपन्न हो सके. सरगुजा रेंज के आई.जी. केसी अग्रवाल ने कहा कि पंचायत निर्वाचन में मतदान केन्द्रों के लिए उपलब्ध बलों के अनुसार सुरक्षा की व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने कहा कि निर्वाचन में निगरानी एवं सुरक्षा के लिए पुलिस पेट्रोलिंग की व्यवस्था को दुरूस्त करें. के बैठक में बताया गया कि सरगुजा जिले में 289 संवेदनशील तथा 73 अतिसंवेदनशील, कोरिया जिले में 306 संवेदनशील तथा 98 अतिसंवेदनशील, जशपुर जिले 90 अतिसवेदनशील, सूरजपुर में 338 सवेदनशील तथा बलरामपुर-रामानुजंगज जिले में 104 अतिसंवेदनशील मतदान केन्द्र हैं.
बैठक में कलेक्टर सरगुजा डॉ. सारांश मित्तर, बलरामपुर-रामानुजगंज कलेक्टर संजीव कुमार झा, जशपुर कलेक्टर निलेश महादेव क्षीरसागर, सूरजपुर कलेक्टर दीपक सोनी, बैकुण्ठपुर कलेक्टर डोमन सिंह, राज्य निर्वाचन आयोग के उप सचिव संतोष कुमार देवागन एवं दीपक कुमार अग्रवाल, अवर सचिव आलोक कुमार श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक सरगुजा आशुतोष सिंह, पुलिस अधीक्षक बलरामपुर-रामानुजगंज टी.आर. कोशिमा, पुलिस अधीक्षक सूरजपुर राजेश कुकरेजा, पुलिस अधीक्षक जशपुर बघेल, पुलिस अधीक्षक बैकुण्ठपुर विवेक शुक्ला सहित सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, उप जिला निर्वाचन अधिकारी उपस्थित थे.