भगवान श्रीकृष्ण के बारे में अधिकतर लोग यहीं जानते हैं कि उन्होंने केवल द्वारिका नगरी को ही बसाया था पर असल में उन्होंने भारत में कई अन्य शहरों को स्थापित किया था। आज हम आपको भगवान् श्रीकृष्ण द्वारा बसाये गए इन शहरों के बारे में ही बता रहें हैं।
1..द्वारिका नगरी
भगवान श्रीकृष्ण का एक नाम द्वारिकाधीश भी हैं क्योंकि उन्होंने द्वारिका नगर को बसाया था। यह नगर आज भी भारत की पश्चिम दिशा में समुद्र किनारे गुजरात राज्य में बसा हैं। वैसे तो श्री कृष्ण उत्तर प्रदेश के गोकुल में पैदा हुए थे पर उन्होंने द्वारिका को बसा कर वहां राज किया था। उस समय भारत की राजधानी के रूप में द्वारिका प्रसिद्द हो चुकी थी। माना जाता हैं कि भगवान श्रीकृष्ण के दुनिया से जाने के बाद यह नगरी समुद्र में डूब गयी थी। आज भी उसके अवशेष समुद्र में मिलते हैं।
2..इंद्रप्रस्थ नगर
इंद्रप्रस्थ नगर प्राचीन भारत का एक प्रसिद्द नगर था। महाभारत में इसको पांडवो की राजधानी कहा गया हैं। इस नगर के पास ही यमुना नदी थी। वर्तमान में यह दिल्ली के करीब ही हैं। इंद्रप्रस्थ नगर का निर्माण पांडवो के पुत्रो के लिए किया गया था और इसको मय दानव तथा विश्वकर्मा जी ने निर्मित किया था।
3..बैकुंठ धाम
सको भगवान श्री कृष्ण की धार्मिक नगरी कहा जाता हैं। ग्रंथों में इसे गोलोक धाम, साकेत, परमधाम आदि के नामों से जाना गया हैं। कुछ लोगों की राय इस विषय में अलग हैं। कुछ लोग इसे बद्रीनाथ धाम तो कुछ पुष्कर को बैकुंठ धाम कहते हैं। इतिहासकारों का मानना हैं कि बैकुंठ धाम की स्थापना अरावली श्रंखला की पहाड़ियों पर की गई थी।
माना जाता हैं कि इन पहाड़ियों पर श्रीकृष्ण ने एक छोटा नगर बसाया था। इस नगर में सामान्य इंसान नहीं बल्कि साधक स्तर के लोग निवास करते थे। भू शास्त्र की मानें तो भारत में सबसे प्राचीन पर्वत अरावली पर्वत ही हैं और यहीं पर श्रीकृष्णने बैकुंठ धाम को स्थापित किया था।