जिला प्रशासन और पत्रकारों के बीच हुई वार्ता में जिपं सीईओ ने जताया खेद..

कांग्रेस के आश्वासन के बाद भी बात नहीं बनने पर फिर से आंदोलन करेंगे पत्रकार

जांजगीर-चांपा। जिले में पत्रकारों का बीते 13 दिनों से चल रहे आंदोलन का आज जिला पंचायत सीईओ संबंधी मसला सुलझ गया। शहर के सर्किट हाउस में कलेक्टर, एसपी, जिला पंचायत सीईओ, एसडीएम, एएसपी सहित अन्य अफसर और पत्रकारों के बीच एक वार्ता हुई, जिसमें जिला पंचायत सीईओ ने बीते 4 फरवरी को हुए घटनाक्रम के लिए खेद जताया। साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए थी। इसके पहले कांग्रेसियों ने रविवार को ठोस आश्वासन दिया। इस बीच यदि बात नहीं बनी तो जिले भर के पत्रकार विधानसभा अध्यक्ष डॉ. महंत के खिलाफ लामबंद होने विशेष रणनीति बनाएंगे।

आपकों बता दें कि बीते 4 फरवरी को जिला पंचायत सीईओ अजीत बसंत के चेंबर में पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार हुआ। तब पत्रकारों ने जाज्वल्यदेव लोक महोत्सव के प्रारंभ में मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत के समक्ष इस घटना का विरोध जताया, तब डॉ. महंत ने यथास्थिति को समझने के बजाय उल्टा पत्रकारों को कार्यक्रम स्थल से बाहर जाने को कह दिया। इससे पत्रकार और भड़क गए और उन्होंने इसी समय  से विधानसभा अध्यक्ष डॉ. महंत और जिला पंचायत सीईओ के खिलाफ बिगुल फूंक दिया। पत्रकारों ने अपने सम्मान की रक्षा के लिए सड़क पर उतरकर आंदोल शुरू कर दिया। इस बीच पत्रकारों ने कैंडल मार्च और बाइक रैली निकालकर विरोध जताया। हालांकि इस बीच कलेक्टर नीरज बनसोड़ और एसपी आरएन दास ने बैठक लेकर पत्रकारों का मसला सुलझाने की कोशिश की थी, लेकिन बातचीत सफल नहीं हो सकी। वहीं जिले के शीर्ष कांग्रेस नेताओं ने भी पत्रकारों को समझाने का प्र्रयास किया, लेकिन जिले भर के पत्रकार अपनी दो सूत्रीय मांगों पर अड़े रहे। आखिरकार पत्रकारों ने बीते 12 फरवरी से जांजगीर के कचहरी चौक के पास अनिश्तिकालीन आंदोलन शुरू कर दिया। पत्रकारों का यह आंदोलन धीरे-धीरे तेज हो रहा था तो वहीं पत्रकारों का जांजगीर से उठी विरोध की चिंगारी पूरे प्रदेश में भड़कने लगी थी। इसी बीच सोमवार की शाम वरिष्ठ कांग्रेसी रघुराज पाण्डेय, देवेश सिंह, रामविलास राठौर, आभास बोस, प्रदेश कांग्रेस सचिव प्रवीण पाण्डेय, यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रिंस शर्मा सहित एक प्रतिनिधि मंडल धरनास्थल पहुंचा। उन्होंने जिला पंचायत सीईओ अजीत बंसत के संबंध में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से खास चर्चा करने का ठोस आश्वासन दिया। इसके बाद जिले के पत्रकारों ने अपने आंदोलन को 18 फरवरी से तीन दिनों के लिए स्थगित कर दिया है। इधर, पत्रकारों का आंदोलन स्थगित होने के बाद जिला प्रशासन ने आज पत्रकारों को सुलह वार्ता के लिए आमंत्रित किया। वार्ता में कलेक्टर नीरज बनसोड़ एसपी आरएन दास, जिला पंचायत सीईओ अजीत बसंत, अपर कलेक्टर डीके सिंह, एएसपी पंकज चंद्रा, एसडीएम अजय उरांव, एसडीओपी जितेन्द्र चंद्राकर के अलावा पत्रकार बड़ी संख्या में मौजूद थे। बैठक में बातचीत के दौरान जिला पंचायत सीईओ अजीत बसंत ने बीते 4 फरवरी को हुए घटनाक्रम के लिए खेट प्रकट किया। इसके साथ ही पत्रकारों की जिला पंचायत सीईओ अजीत बसंत संबंधी मसले का पटाक्षेप हो गया। अब पत्रकारों की लड़ाई विधानसभा अध्यक्ष डॉ. महंत के बिगड़े बोल से है। हालांकि सोमवार को कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल ने यह मसला भी सुलझा लेने का आश्वासन दिया है। यदि इस बीच बात नहीं बनी तो पत्रकार फिर से विधानसभा अध्यक्ष डॉ. महंत के खिलाफ सड़क पर उतारने अहम रणनीति तैयार करेंगे।