रमन सरकार भक्षकों को रक्षकों का कवच पहना के बस्तर में खेल रही फर्जी एनकाउंटर का हैवानी खेल : अमित जोगी
बस्तर के किरंदूल-गमपुर फर्जी मुठभेड़ पर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के जांच दल द्वारा जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने दल के सदस्यों एवं मरवाही विधायक अमित जोगी
रायपुर : जावेद खान
बस्तर के बीजापुर जिला किरंदूल थाना क्षेत्र ग्राम गमपुर में गत माह 28 जनवरी को हुए फर्जी मुठभेड़ की जांच करने जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के सुप्रीमो अजीत जोगी जी ने बोमडा राम मांडवी के नेतृत्व में 10 सदसीय जांच दल का गठन किया था। आज रायपुर में जांच दल के सदस्यों ने पार्टी अध्यक्ष को घटना की ‘जांच रिपोर्ट’ साक्ष्यों सहित सौंपी। मरवाही विधायक अमित जोगी सहित जांच दल के सदस्यों ने आज रायपुर के सागौन बंगले में एक प्रेस वार्ता कर जांच के महत्वपूर्ण बिन्दुओं और निष्कर्ष को जनता के सामने रखा। वहीँ जकांछ (जे) ने सरकार को चेताया है कि वो फर्जी मुठभेड़ करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल गिरफ्तार करे अन्यथा पिछले पंद्रह दिनों से बिना दाह संस्कार के रखे गए मृतकों के शवों को बस्तर से लाकर राजधानी में मुख्यमंत्री निवास के सामने रखा जाएगा ज्सिकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी। जोगी ने बताया कि गमपुर फ़र्ज़ी मुठभेड़ पर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) की जांच रिपोर्ट सभी सबूतों और तस्वीरों के साथ महामहिम राज्यपाल को भी सौंपेगी, पार्टी नेताओं ने उनसे मिलने का समय माँगा है । इसके अलावा जकांछ (जे) सरकार के द्वारा प्रायोजित बस्तर के नरसंहार के विरुद्ध न्यायिक सहारा भी लेंगे।
अमित जोगी ने कहा कि पंद्रह दिनों तक अगर कोई परिवार अपने सदस्यों का दाह-संस्कार न करे और शवों के सामने बैठ कर रोता रहे तो उनके असीम दर्द और दुख की क्या सीमा होगी इसका अंदाजा सरकार को नहीं है । एक आम, निर्दोष और गरीब बस्तरवासी आज इसी दर्द और दुःख के साथ हर दिन जीने मजबूर है। रमन सरकार भक्षकों को रक्षकों का कवच पहना के बस्तर में जो फर्जी एनकाउंटर का हैवानी खेल रही है उसकी परिणिति है जिला बीजापुर थाना किरंदुल के ग्राम गमपुर में हुई फर्जी पुलिस-नक्सली मुठभेड़। अमित जोगी ने घटना की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि गमपुर के एक निर्दोष ग्रामीण भीमा कडती, जो कुछ दिनों पहले ही पिता बना था उसको पुरेंगल के जंगलों में 28 जनवरी को नक्सली बता कर मार दिया गया। उसके साथ सल्फी बेचने किरंदूल गयी पंद्रह वर्षीय उसकी साली सुकमती के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया। दरिंदगी और हैवानियत की हद देखिये की लड़की की दोनों आँखें और किडनी निकाल ली गयी है। जब न्याय की गुहार करने और दोषी पुलिसवालों के खिलाफ मामला दर्ज करने, किरंदूल में रहने वाला मृतक भीमा कडती का भाई बामन कडती थाने गया तो उसे भी नक्सली बताकर जेल में डाल दिया गया। जिन दो लोगों की पुलिसिया हत्या हुई उनका कोई पूर्व में अपराधिक रिकॉर्ड तक नहीं है। भीमा कडती और हेमलता सुकमती दोनों निर्दोषों, निहत्तों की हत्या की गयी है एनकाउंटर नहीं।
जोगी ने कहा कि आज जब गमपुर के ग्रामीण और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के कार्यकर्ता इस फर्जी मुठभेड़ के विरुद्ध किरंदूल थाने में आज प्रदर्शन करने निकले तो पुलिसवालों ने उन्हें गांव में ही बंधक बना दिया है। छत्तीसगढ़ में लोकतंत्र के नाम पर, नक्सलवाद की आड़ में हिटलरशाही चल रही है। जोगी ने इस तरह की अनेकों घटनाओं को बस्तर की असली जनवेदना बताते हुए विपक्ष पर भी हमला किया और कहा कि जनवेदना, बस्तर के हाईवे पर पद के लिए पदयात्रा निकाल कर विपक्षी होने की नौटंकी कर के नहीं सुनाई देती बल्कि जंगलों के अन्दर कस्बों में जाकर बस्तरवासियों के बीच जाकर सुनाई देती है।
जोगी ने कहा कि जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के जांच दल के साहस को हम सलाम करते हैं जो निडर होकर अपनी जान जोखिम में डाल कर धूर जंगल स्थित गमपुर-पुरेंगुल की असली जनवेदना को मीडिया के माध्यम से जनता तक , इस जांच रिपोर्ट सहित तस्वीरों, सबूतों के माध्यम से पहुँचाया।
वीडियो में सुनिए क्या कहा अमित जोगी ने –