मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि हिन्दुस्तान ने दुनिया को गणित का पाठ पढ़ाया। यदि हमारे महान गणितज्ञ आर्यभट्ट ने शून्य का अविष्कार नहीं किया होता, तो दुनिया आज गणित और विज्ञान के क्षेत्र में आगे नहीं बढ़ पाती। मुख्यमंत्री आज यहां ऊर्जा पार्क में महान गणितज्ञ श्रीयुत श्रीनिवास रामानुजम के जन्म दिवस राष्ट्रीय गणित दिवस के अवसर पर आयोजित ‘गणित मैराथन’ में स्कूली बच्चों को संबोधित कर रहे थे। यह आयोजन सेवा वेल्फयर फाउण्डेशन रायपुर द्वारा छत्तीसगढ़ विज्ञान और तकनीकी परिषद, छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी (क्रेडा) और कोलंबिया ग्रुप ऑफ इंस्टिटयूट के सहयोग से किया गया। मैराथन में राजधानी रायपुर के तीस स्कूलों के लगभग तीन हजार बच्चों ने हिस्सा लिया। बच्चों ने रिकार्ड लगभग तीन किलोमीटर लंबी पट्टी पर गणित के सवालों को वैदिक गणित के सूत्रों का उपयोग कर हल किया।
मुख्यमंत्री ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि आप देश के भविष्य हैं। आप अपनी प्रतिभा से देश और दुनिया में छत्तीसगढ़ का नाम रौशन करेंगे।मुख्यमंत्री ने बच्चों में गणित का भय दूर करने के इस आयोजन के लिए आयोजकों के प्रयास की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि वैदिक सूत्रों के माध्यम से बच्चों को गणित के सवालों के हल करने के आसान तरीके बता कर फाउण्डेशन द्वारा सराहनीय कार्य किया जा रहा है। कार्यक्रम में अखिल भारतीय रामानुजम क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. चंद्रमौली जोशी, छत्तीसगढ़ विज्ञान और तकनीकी परिषद के संचालक डॉ. हम्बर्डे, इंजीनियर और कार्यक्रम के संचालक श्री बी.एन. राव, सेवा वेल्फयर फाउण्डेशन रायपुर के अध्यक्ष श्री किशोर जाधवानी, छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी (क्रेडा) के संचालक श्री एस.के. शुक्ला सहित अनेक शिक्षाविद्, शिक्षक और प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित थे। अखिल भारतीय रामानुजम क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. चंद्रमौली जोशी ने इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के श्री बी.एन. राव को उनकी फाउण्डेशन का अखिल भारतीय सम्मान ‘आर्यभट्ट अवार्ड’ प्रदान करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने बच्चों के बीच जाकर उनसे गणित के सवालों के हल पूछे। बच्चों ने भी बड़े ही आत्म विश्वास और उत्साह के साथ मुख्यमंत्री के सवालों के जवाब दिए। अनेक स्कूलों के बच्चों ने मंच पर गणित के कठिन सवालों के आसान मौखिक हल बता कर अपनी गणितीय योग्यता का प्रदर्शन किया। इस अवसर पर आयोजकों द्वारा स्मृति चिन्ह प्रदान करके अतिथियों को सम्मानित किया गया।