रायपुर- स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंस से राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम का राज्य स्तरीय शुभारंभ किया। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंस से जुड़े सभी जिलों के स्वास्थ्य अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण के बावजूद प्रदेश में विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों को गंभीरतापूर्वक संचालित किया जा रहा है। इसके लिए मैं स्वास्थ्य विभाग के पूरे अमले को बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के तहत 23 सितम्बर से 30 सितम्बर तक प्रदेश के करीब एक करोड़ 14 लाख बच्चों और किशोरों को कृमिनाशक दवा खिलाई जाएगी। विगत फरवरी माह में भी इस कार्यक्रम के अंतर्गत 94 लाख बच्चों को कृमिमुक्त किया गया था।
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने रायपुर के सिविल लाइन स्थित चिप्स कार्यालय में बच्चों को कृमिनाशक दवा खिलाकर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम की शुरुआत की। इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणु जी. पिल्ले, स्वास्थ्य सेवाओं के संचालक नीरज बंसोड़, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला और नोडल अधिकारी डॉ. अमर सिंह ठाकुर भी मौजूद थे। टी एस सिंहदेव ने कार्यक्रम में बताया कि कोरोना संक्रमण के खतरों को देखते हुए पूरी सावधानी बरतते हुए मितानिनें एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर एक से 19 वर्ष तक के बच्चों व किशोरों को कृमिनाशक दवा खिलाएंगी। मितानिनों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को इसके लिए कोविड-19 के उपायों से बचने और निर्धारित प्रोटोकॉल के पालन के संबंध में प्रशिक्षित किया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने सभी पालकों से अपील की है कि वे अपनी संतानों के उत्तम स्वास्थ्य के लिए बच्चों को दवाई का सेवन अवश्य करवाएं। डिवर्मिंग कार्यक्रम के दौरान टीम को अपना पूरा सहयोग और समर्थन प्रदान करें। नियमित डिवर्मिंग बच्चों और किशोरों में कृमि के संक्रमण को समाप्त कर उनके बेहतर शारीरिक और संज्ञानात्मक विकास में सहायक है। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम हर वर्ष दो बार विश्व स्वास्थ्य संगठन, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र और एविडेंस एक्शन के तकनीकी सहयोग से संचालित किया जाता है।