फ़टाफ़ट डेस्क. झारखंड की राजधानी रांची में एक बार फिर बेरोजगारों से एक कम्पनी द्वारा पैसे लेकर फ़रार होने का मामला सामने आया है..कंपनी का नाम स्मोक मल्टी प्रोजेक्ट प्राईवेट लिमिटेड बताया जा रहा है. कहा जा रहा है की यह कंपनी चार महीने पहले रांची आयी थी और अपने झांसे में दो हजार से ज्यादा युवाओं को इस कदर फंसाया कि सभी बेरोजगार अब अपनी किस्मत को कोस रहे हैं.
बताया जा रहा है कि कंपनी ने युवाओं से करोड़ों की ठगी की है. वहीं कंपनी संचालक लोगों को चूना लगाकर रातोंरात वहां से फरार हो गए. राजधानी रांची के मेन रोड स्थित स्मोक मल्टी प्रोजेक्ट प्राईवेट लिमिटेड के कार्यालय में मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ. हंगामा इस कदर की पुलिस को लाठी भी भांजनी पड़ी. मामला कंपनी द्वारा बेरोजगार युवक युवतियों को नौकरी के नाम पर ठगने का है.
कंपनी पर आरोप के मुताबिक स्मोक मल्टी प्रोजेक्ट प्राईवेट लिमिटेड ने अखबारों में ‘घर बैठे कमाएं दस हजार महीना’ का विज्ञापन दिया था. लिहाजा कई युवक-युवतियां रोजगार की तलाश में यहां आते गये, जिस किसी ने भी स्मोक मल्टी प्रोजेक्ट प्राईवेट लिमिटेड से रोजगार चाहा कंपनी से सभी से चार हजार रूपये लिए और युवाओं को चेन माध्यम से कुछ और युवाओं को जोड़ने का कार्य सौंपा. यानी पैसा लूटने का यह ऐसी कोशिश थी जिसमें कंपनी को ना हींग की जरूरत पड़ी और ना ही फिटकरी की.
20 अगस्त को सभी युवाओं को गारेटेंड मनी वापस किया जाना था, लेकिन जब युवा कंपनी के कार्यालय में आए तो देखा सभी फरार हैं सिर्फ एक व्यक्ति कुछ काम कर रहा था. लिहाजा आक्रोशित युवाओं ने जमकर बवाल काटा और यहां से चार कंप्यूटर और चार लैपटॉप उठाकर ले गए.
हंगामे की सूचना के बाद यहां पर कोतवाली की पुलिस आयी, लेकिन भीड़ इतनी ज्यादा थी कि पुलिस को स्थिति पर कंट्रोल करने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा. पुलिस को युवाओं ने लिखित शिकायत की है. फिलहाल पुलिस ने कहा है कि वो दोषियों के खिलाफ एफआईआर करेगी.
मामले की जांच में जुटी पुलिस…
बताया जा रहा है कि स्मोक मल्टी प्रोजेक्ट प्राईवेट लिमिटेड कंपनी के पास सिर्फ युवाओं को ठगने का प्रोजेक्ट था, जिस पर वह काम कर रहा था, लेकिन उसने युवाओं को कह रखा था कि उसे भारत सरकार के एक प्रोजेक्ट पर काम कर रही है. फिलहाल पुलिस मामले की जाँच में जुटी हुई है..