Sachin Tendulkar खुद से 6 साल बड़ी अंजलि को दे बैठे थे दिल

फ़टाफ़ट डेस्क। भारतीय पूर्व बेहतरीन क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को एक महान क्रिकेटर के नाम से जाना जाता है। क्रिकेट के भगवान कहें जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने 16 साल की उम्र में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेला था। वह भी धुर-विरोधी टीम पाकिस्तान के खिलाफ। आज हम क्रिकेट के भगवान के उस करिश्में की बात नहीं करने वाले। जिसको बच्चा-बच्चा जानता है, बल्कि आज हम सचिन तेंदुलकर के जीवन से जुड़ी कुछ ऐसी चर्चा करने जा रहें। जिसे जानने की रुचि हर कोई रखता है। जी हां भले सचिन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट सोलह वर्ष की उम्र में खेला, लेकिन उन्होंने अपने हाथ में क्रिकेट का बल्ला 11 वर्ष की उम्र में ही थाम लिया था। ऐसे में क्या सचिन ने कभी क्रिकेट से हटकर भी जीवन में कुछ सोचा? क्या कभी किसी से उनको मोहब्बत हुई। जो अमूमन हर टीनएजर करता है. उसी के बारे में हम आपको बताने जा रहें।

आप सभी को जानकर काफ़ी हैरानी होगी कि क्रिकेट के मैदान में बेहद कम उम्र में अनोखा रोमांच पैदा करने वाले सचिन तेंदुलकर की लव स्टोरी उससे भी कहीं ज़्यादा रोमांचित करने वाली है। सचिन को सिर्फ़ क्रिकेट का भगवान होने के नाते ही नहीं याद किया जाता, बल्कि वह अपनी लव स्टोरी के लिए भी जाने जाते हैं. उनकी प्रेम कहानी बेहद दिलचस्प है। 17 साल की उम्र से अंजलि के साथ उनके प्रेम संबंध रहे और 22 साल की उम्र में उन्होंने शादी भी कर ली। उनकी पत्नी अंजलि उनसे छह साल बड़ी हैं। ऐसे में आइए जानते हैं सचिन-अंजलि की अनोखी प्रेम कहानी के बारे में विस्तार से।

सचिन और अंजलि को पहली नजर में प्यार हो गया था। दोनों ने पहली बार एक-दूसरे को एयरपोर्ट पर देखा था। ये बात क़रीब 1990 की है। जब सचिन इंग्लैंड के दौरे से लौट रहे थे और अंजलि अपनी मां को रिसीव करने के लिए एयरपोर्ट गई हुई थी। इस दौरान एक-दूसरे की नजरें आपस मे टकराई। तो ऊपर वाले की ऐसी लीला हुई कि एक बार जो अंख लड़ी तो उसके बाद तो दोनों पति-पत्नी बन गए। बता दें उस दौरान अंजलि एक मेडिकल स्टूडेंट थी और सचिन के क्यूट लुक्स पर वह फिदा हो गई थी।

आप सभी को पता ही होगा कि सचिन ने अपनी एक ऑटोबायोग्राफी लिखी है, प्लेइंग इट माय वे है। जिसमें उन्होंने अपनी अनूठी प्रेम- कहानी से जुड़े किस्सों को गूथा है। वह अपनी क़िताब में लिखते है कि, जब अंजलि ने मुझे एयरपोर्ट पर देखा। तो वह सचिन-सचिन चिल्लाते हुए मेरे पीछे दौड़ पड़ी थी। उस दौरान सचिन की उम्र महज 17 साल थी, जबकि अंजलि 23 साल की थी। अंजलि सचिन को लेकर इतनी दीवानी हो चुकी थी कि वो अपनी मां को रिसीव करना ही भूल गई। एक रिपोर्ट की मानें तो अंजलि ने खुद इसके बारे में बताया था कि, “जब मैं मां को लेने गई थी, तभी मैंने उन्हें यानी सचिन को देखा. मेरी दोस्त ने बताया कि वह भारतीय क्रिकेट टीम का अनोखा प्लेयर है। मैंने दोस्त से कहा अच्छा! वह काफी क्यूट है। इसके बाद मैं अपनी मां को भूलकर सचिन के पीछे दौड़ पड़ी।

अंजलि ने बताया था कि उस दौरान सचिन इतने शरमा गए थे कि उनके आवाज़ लगाने के बाद पीछे मुड़कर भी नहीं देखा। बाद में अंजलि ने सचिन का नंबर तलाश किया और उन्हें फोन लगा दिया। सचिन के कॉल रिसीव करते ही उन्होंने कहा था कि, मैं अंजलि हूं और मैंने आपको एयरपोर्ट पर देखा है। उन्होंने जवाब दिया कि मैंने भी तुम्हें देखा। जब मैंने पूछा कि मैं किस रंग के कपड़े में थी तो सचिन ने सही-सही बता दिया ऑरेन्ज टी-शर्ट। ऐसे में ये बात तो साबित होती है कि सचिन सिर्फ़ क्रिकेट के ही नगीने नहीं, बल्कि प्रेम के एक सच्चे जौहरी भी है।

अंजली ने एक इंटरव्यू में बताया था कि एक बार सचिन से मुलाकात करने के लिए वह खुद को पत्रकार बताकर उनके घर पहुंच गई थी। हालांकि सचिन की मांं को शक था कि वो पत्रकार नहीं है, क्योंकि सचिन ने कभी किसी महिला पत्रकार को इंटरव्यू नहीं दिया था, ना ही कोई पत्रकार उनके घर आया था।

सचिन की बायोग्राफी ‘प्लेइंग इट माई वे’ की लॉन्चिंग के अवसर पर भी अंजलि ने अपनी लव स्टोरी से जुड़ी कई बातें शेयर की थी। उन्होंने उस दौरान बताया था कि, वह सचिन को लेटर लिखती थीं ताकि इंटरनेशनल कॉल के खर्च से बचा जा सके। उस समय दोनों ही एक-दूसरे को लेटर लिखकर अपनी फीलिंग शेयर करते थे। इसी दौरान उन्होंने बताया था कि, न्यूजीलैंड दौरे पर सचिन से मिलने के लिए किस तरह उन्होंने दुस्साहसिक काम करते हुए अंधेरे में 46 एकड़ लंबा रास्ता पार किया था। इसके बाद दोनों ने न्यूजीलैंड में ही सगाई का फैसला किया।

सचिन भले अंजलि के प्यार में पड़े हुए थे, लेकिन उनका क्रिकेट का करियर उनके इस प्यार में रोड़े अटका रहा था। एक बार की बात है जब उन्हें फ़िल्म देखने के लिए नकली दाढ़ी लगानी पड़ी थी। एक मैग्जीन को दिए इंटरव्यू में अंजलि ने एक पुराने दिनों को याद करते हुए बताया था कि, अपने दोस्तों के साथ वे फिल्म ‘रोजा’ देखने जा रहे थे, लेकिन उन्हें डर था कि अगर लोग सचिन को पहचान गए तो फिर मुसीबत खड़ी हो जाएगी।

इसलिए सचिन ने नकली दाढ़ी और चश्मा लगाकर अपना हुलिया बदल लिया था। तब फिल्म देखने गए। इतना ही नहीं, उन्होंने फिल्म शुरू होने के कुछ देर बाद थिएटर में एंट्री की, ताकि लोगों का ध्यान उन पर न जाए, लेकिन इंटरवल के दौरान अचानक उनका चश्मा गिर पड़ा और लोगों ने उनको पहचान लिया और घेर लिया। जिसके बाद उन्हें फिल्म बीच में ही छोड़कर निकलना पड़ा।

तमाम किस्सों और कहानियों को समेटते हुए आख़िर एक दिन ऐसा भी आया। जब यह प्रेमी जोड़ा शादी के पवित्र बंधन में बंध गया। मशहूर उद्योगपति अशोक मेहता की बेटी अंजलि और क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने मुलाकात के पांच साल बाद 24 मई,1995 को शादी की थी। तब सचिन 22 साल के थे. वहीं अंजलि 28 की थीं।

वह सचिन से उम्र में छह साल बड़ी हैं। उम्र के फासले पर इस कपल ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि, इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ा। सचिन ने एक इंटरव्यू में कहा था कि, अंजलि से असल में मुझे यह सीखने को मिला है कि ईश्वर ने जो दिया है, उसके लिए उनका शुक्रिया अदा करना चाहिए।

बता दें कि सचिन अंजलि से जितना अधिक प्यार करते है। उससे कहीं अधिक उनका सम्मान भी करते है। सचिन ने अंजलि के त्याग और बलिदान को हमेशा मान सम्मान दिया है। उन्होंने अंजलि को हमेशा अपना सबसे बड़ा सपोर्ट सिस्टम माना है और इसीलिए उन्होंने अंजलि पर ही परिवार के हर फैसले की जिम्मेदारी छोड़ दी। उन्होंने अपनी बायोग्राफी ‘प्लेइंग इट माई वे’ में यह माना कि, भारतीय क्रिकेट टीम का कप्तान होने के दौरान जो चुनौतियां उनके सामने आईं, उनसे निपटने में अंजलि ने ही काफ़ी मदद की। सचिन के मुताबिक, मैंने अंजलि से कहा था कि मैं हार के इस दर्द को झेल नहीं पाऊंगा। तब अंजलि ने कहा था कि आने वाले समय में चीजें बेहतर होंगी।

तो यह कहानी है क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर की प्रेम कहानी। आशा करते है जैसे सचिन की बैटिंग आपको ख़ूब पसन्द आती थी। वैसे ही उनकी यह प्रेम कहानी भी पसन्द आएगी। पसंद आएगी क्यों नहीं? आख़िर क्रिकेट के भगवान की कहानी है वह भी रोमांच से भरपूर।

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