सचिन ने खोला विराट की सक्सेस का राज, क्यों और कैसे ‘सुपरहिट’ हो रहे हैं विराट कोहली…

मुंबई

टीम इंडिया के धाकड़ बल्लेबाज और टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली शानदार फॉर्म में हैं और दुनिया भर में उनकी तारीफ हो रही है। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर से उनकी तुलना की जाती है। शुक्रवार को तेंदुलकर ने बताया कि क्यों कोहली इतने सफल हो रहे हैं।

इसलिए इतना हिट हो रहे हैं कोहली
कोहली की तारीफ करते हुए सीधे बल्ले से खेलना और अपनी तकनीक से समझौता किए बिना क्रिकेट के तीनों फॉरमैट की समीक्षा करने को ही कोहली की सफलता का राज करार दिया है। क्रिकेट का भगवान नाम से मशहूर सचिन ने कहा, ‘विराट सीधे बल्ले से खेलते हैं और क्रिकेट के शानदार शॉट लगाते हैं। उनमें खास प्रतिभा है और वह अपने खेल पर कड़ी मेहनत भी करते हैं। उनके अनुशासन और प्रतिबद्धता का अनुसरण किया जाना चाहिए। वह अपनी तकनीक से समझौता किए बिना सभी फॉरमैट की समीक्षा करते हैं। इसके अलावा वह मानसिक तौर पर बेहद मजबूत हैं और दबाव की परिस्थितियों में भी बेहतर प्रदर्शन करते हैं।’

आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) के कप्तान कोहली लगातार शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। आईपीएल के मौजूदा सीजन में अपनी कमाल की कप्तानी में आरसीबी को फाइनल में पहुंचा देने वाले विराट टूर्नामेंट में अभी तक टॉप स्कोरर चल रहे हैं। बीत दिनों कई दिग्गजों ने विराट की तुलना सचिन से की है जिसपर विभिन्न मत हैं।

आईपीएल का रोमांच बढ़ता जा रहा है
43 वर्षीय सचिन ने आईपीएल के मौजूदा सीजन में क्रिकेट की गुणवत्ता की तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘आईपीएल में प्रतिस्पर्धा का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले कुछ सीजन से नॉकआउट राउंड के लिए टीमों का फैसला और प्वॉइंट टेबल में अंतिम स्थिति आखिरी मैचों तक हो रहा है। यह टूर्नामेंट के लिहाज से काफी बेहतर है क्योंकि रोचकता बनी रहती है।’

टेस्ट तो बेस्ट फॉरमैट है
सचिन ने टेस्ट फॉरमैट के बारे में कहा, ‘मेरा मानना है कि क्रिकेट में टेस्ट फॉरमैट की अपनी अलग ही खूबी है। मेरा यह भी मानना है कि टेस्ट में गेंदबाजों के अनुरुप विकेट बनाई जानी चाहिए। अन्य सभी फॉरमैट पूरी तरह से बल्लेबाजों का खेल ही बन कर रह गए हैं इसलिए टेस्ट क्रिकेट में यह समानता बनी रहनी चाहिए। टेस्ट को इस नाम से जाना ही इसलिए जाता है कि इसमें आपकी क्षमता, कौशल, स्वभाव और धैर्य की परीक्षा होती है। यह फॉरमैट किसी भी क्रिकेटर के लिए चुनौतीपूर्ण बना रहेगा। मैं डे-नाइट टेस्ट के पक्ष में हूं। इसमें बदलाव से दर्शकों में भी रोमांच बना रहेगा।’

 

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कुक के रिकॉर्ड पर कुछ ऐसा बोले तेंदुलकर
इसके अलावा इंग्लैंड के एलस्टेयर कुक के दस हजार टेस्ट रन क्लब में शामिल होने पर सचिन ने कहा, ‘बिल्कुल ताजी शुरुआत करना और नए खेल के लिए तैयारी करते रहना महत्वपूर्ण है। हो सकता है कि आपने अंतिम मुकाबले में शतक जड़ा हो लेकिन फिर भी यह अतीत ही है। आपको अपने कमजोर क्षेत्रों में भी मेहनत करने की जरूरत है। गेंदबाज, कोच और सपोर्ट स्टाफ लगातार आपके बल्लेबाजी की समीक्षा करते हैं। कड़ी मेहनत और अनुशासन का कोई भी विकल्प नहीं है।’