मध्यप्रदेश के अनूपपुर में दिल दहला देने वाले एक मामले में ऑटो ड्राइवर ने खुद को आग लगाई और थाने में घुस गया। पुलिस ने जैसे-तैसे उसे लगी आग बुझाई और अस्पताल पहुंचाया। ऑटो चलाने वाले का आरोप है कि पुलिस उसकी बात सुन नहीं रही थी। इसलिए उसे ये कदम उठाना पड़ा। घटना जिले के जैतहरी थाने की शुक्रवार दोपहर की है। इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद वायरल हो गया है।
वायरल वीडियो में दिख रहा है कि एक शख्स थाने से 25 करीब मीटर दूर ऑटो खड़ा करता है। कुछ देर बाद वह जलती हुई हालत में ऑटो से निकलता और थाने की ओर दौड़ता है। थाने में इस हालत में उसके घुसते ही अफरा-तफरी मच जाती है। पुलिसकर्मी किसी तरह कंबल डालकर उसकी आग बुझाते हैं। जांच में सामने आया कि युवक का नाम मुरारी लाल शिवहरे है और उसकी उम्र 50 साल है। जानकारी के मुताबिक, मुरारी लाल का 9 सितंबर को प्रकाश शुक्ला, शिवम उपाध्याय और दुर्गेश चौधरी से पैसों को लेकर विवाद हुआ था। इस झगड़े की शिकायत मुरारी ने जैतहरी थाने में दर्ज कराई थी। उसका आरोप है कि पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की।
मुरारी ने आरोप लगाया कि पुलिस के कार्रवाई न करने से आरोपियों का हौंसला बढ़ गया। उन्होंने फिर 13 सितंबर को मेरे बेटे आकाश को मारा और लूटपाट की। उस वक्त आकाश सवारियां छोड़ने जा रहा था। उसने बताया कि इस मारपीट की शिकायत भी पुलिस से की थी। लेकिन, पुलिस ने मारपीट का मामला दर्ज किया, लेकिन लूट का नहीं किया। लगातार दो शिकायतों के बाद भी जब पुलिस ने आरोपियों पर कार्रवाई नहीं की, तो शुक्रवार को यह कदम उठाना पड़ा। इस घटना में मुरारी 60% से ज्यादा झुलस गया है।
इस मामले को लेकर जब पूछा गया तो थाना प्रभारी केके त्रिपाठी ने कहा कि मुरारी और उसके बेटे आकाश शिवहरे ने 9 और 13 सितंबर को शिकायत की। इन शिकायतों पर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई थी। त्रिपाठी के मुताबिक, आरोपी फिलहाल मुचलके पर जमानत पर थे। सोमवार को उनके खिलाफ चालान पेश होना था। पीड़ित ने जो लूट की शिकायत की उसकी पुष्टि नहीं हो सकी। इसलिए लूट की धाराएं नहीं लगाई गईं।