मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार की सुबह धार जिले के सरदारपुर में जनपद कार्यालय, तहसील कार्यालय नगर परिषद् कार्यालय, लोक सेवा केन्द्र तथा आदिम-जाति कल्याण विभाग संचालित आदिवासी बालक एवं कन्या पोस्ट-मेट्रिक छात्रावासों का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही के निर्देश दिये, वहीं अच्छा कार्य करने वाले अधिकारियों की पीठ भी थपथपाई ।
मुख्यमंत्री श्री चौहान सबसे पहले जनपद कार्यालय में पहुँचे। उन्होंने विकास और निर्माण कार्यों के संबंध में मुख्य कार्यपालन अधिकारी से पूछताछ की तथा फाइलों को देखा। पूछताछ में सही जवाब न मिलने पर मुख्यमंत्री ने कार्यों की जाँच करवाने तथा दोषी पाए जाने पर संबंधित अधिकारी के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने तहसील कार्यालय का निरीक्षण कर जाति प्रमाण-पत्र के आवेदन लंबित पाए जाने पर नाराजगी प्रकट की। उन्होंने नगर परिषद कार्यालय पहुँचकर भवन निर्माण की स्वीकृति, नामांतरण तथा पेंशन स्वीकृति संबंधी फाइलों का अवलोकन किया। नगर परिषद् सरदारपुर व राजगढ़ की सी.एम.ओ. श्रीमती आशा मेड़ा भण्डारी की शिकायत मिलने पर उन्हें तत्काल प्रभाव से पद से हटाने और उनका प्रभार तहसीलदार सरदारपुर को सौंपे जाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कमिश्नर इन्दौर को जनपद, तहसील, नगर परिषद् सरदारपुर के कार्यों की गहराई से जाँच करवाने व तीन दिन के भीतर जॉच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के लिए कहा। वहीं कलेक्टर श्री सी.बी. सिंह को मैदानी गतिविधियों का निरीक्षण करने के लिए निर्देशित किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आदिवासी कल्याण विभाग द्वारा संचालित बालक एवं कन्या पोस्ट-मेट्रिक छात्रावासों का निरीक्षण किया। बालक छात्रावास में अव्यवस्थाएँ पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त की। छात्रों ने बताया कि उन्हें अभी तक शिष्यवृत्ति नहीं दी गई है। पानी, बिजली, साफ–सफाई, पलंग–बिस्तर से संबंधित समस्याएँ भी बताई। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अधिकारियों को व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देश दिए। पानी की समस्या कन्या पोस्ट-मेट्रिक छात्रावास में भी बताई गई। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने छात्राओं की माँग पर छात्रावास में दो अतिरिक्त हॉल तथा दो शौचालय के प्रस्ताव तैयार कर भिजवाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने लोक सेवा केन्द्र सरदारपुर का निरीक्षण किया तथा दो आवेदनों में की गई कार्यवाही की जानकारी ली। दोनों ही मामलों में सेवाओं का प्रदाय समय-सीमा में दिया जाना पाए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अधिकारियों की पीठ थपथपाई। निरीक्षण के दौरान दुर्घटना में घायल एक व्यक्ति श्री बंशीलाल पुत्र बालाराम ने इलाज के लिये सहायता का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को पीड़ित व्यक्ति के उचित इलाज की व्यवस्था के लिये कहा।
निरीक्षण में विधायक श्री वेलसिंह भूरिया और श्री कालूसिंह ठाकुर और संभाग एवं जिला के वरिष्ठ अधिकारी मुख्यमंत्री के साथ थे।
|