बैतूल के आमला स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर शासकीय कालेज के सामने एक दूल्हा सुबह आठ बजे से कालेज के गेट पर बैठा हुआ था और उसकी नजर बार-बार कालेज के दरवाजे पर टिकी हुई थी. जैसे ही घड़ी की सुई 11 पर पहुंची, वह उठ खड़ा हुआ. इसके बाद जो नजारा सामने आया, उसने वहां मौजूद लोगों के चेहरों पर खुशी के साथ ही हंसी भी ला दी.
दरअसल, भोपाल स्थित ब्लैकबेरी प्लाई कंपनी में जॉब करने वाले महेश्वर इस कॉलेज के सामने अपनी नई-नवेली दुल्हन की बांट जोह रहे थे. उनकी दुल्हन कालेज के अंदर परीक्षा हॉल में बीएससी छटवें सेमेस्टर की परीक्षा दे रही थी. मेहंदी, कंगन और चूड़ियों से भरे हाथ और घूंघट लिए दुल्हन पूजा जब परीक्षा कक्ष से बाहर निकली तो हर कोई मुस्कुरा दिया. कुचबा निवासी पूजा की शादी की तारीख तय होने के बाद परीक्षा की डेट घोषित होने के चलते यहां ये नजारा देखने को मिला.
कुचबा में हुए विवाह समारोह के बाद जब वर पक्ष को जानकारी मिली कि पूजा को परीक्षा देने जाना है तो वर पक्ष ने दुल्हन की विदा कराने से पहले परीक्षा दिलवाना उचित समझा और दूल्हा खुद गाड़ी में अपनी दुल्हन को परीक्षा दिलवाने कालेज तक लेकर आया. उन्होंने शादी की रश्मों से जरूरी दुल्हन को पेपर दिलवाना समझा. पूजा ने बताया कि शादी की रस्मों के चलते वह पूरी रात नहीं सो सकी और सुबह पेपर देने इसीलिए कालेज पहुंची ताकि भविष्य सुरक्षित रहे.