सतना से पी.मनीष की रिपोर्ट
बारिश का मौसम आते ही सरकारी भवन अपना हाल खुद बयां करने लगते है । सतना के नागौद तहसील का समुदायक स्वास्थ केन्द्र भी इस बारिश में अपनी दुर्दशा पर आँसू बहाने पर मजबूर हो गया है। जबकि नागौद पूर्व पी डब्लू डी मंत्री नागेन्द्र सिंह का गृह क्षेत्र है । यंहा के हालात ये है कि बरसात में टपकते पानी से पसरी गंदगी की वजह से यंहा के मरीजों को संक्रमण फैलने का खतरा बढ गया है। इतना ही नही इतने गंभीर होते हालात मे मरीज अस्पताल से टपकते पानी के चलते अस्पताल की गैलरी में ही भर्ती है और उन्हे अस्पताल की फर्श ही नसीब हो रही है । ऎसे में चाहे नवजात हो या नौजवान अस्पताल की इस अव्यस्था को झेलने को मजबूर है । विभाग के जिम्मेदार अधिकारी भ्रष्टाचार की खुली पोल की गेंद एक दूसरे के पाले में फ़ेंक रहे है ।
एक तरफ जहाँ सरकार समुचित स्वास्थ सेवा देने का दवा कर रही है। वही नागौद तहसील का समुदायक स्वास्थ केन्द्र स्वास्थ सेवाओ की पोल खोल रहा है ! जो भ्रष्टाचार की भेट चढ़ चुकी है । सतना जिले की नागौद तहसील की समुदायिक स्वास्थ केन्द्र के भवन का नजारा ये है कि यंहा की छत जरा सी बरसात नहीं झेल पा रही और पानी के रिसाव के चलते मरीजों को अस्पताल की गैलरी के फर्श पर ही लेटना पड़ रहा है ।
गौरतलब है कि सतना के नागौद तहसील पूर्व पी डब्लू डी मंत्री नागेन्द्र सिंह जी का गृह ग्राम है और वहां के अस्पताल खुद बीमार है । अस्पताल की इस बीमारी का हाल जब वहां के जिम्मेदार डॉक्टर अधिकारी से जानना चाहा तो उन्होंने निर्माण ऐजेंसी पी डब्लू डी को जिम्मेदार ठहराया और ये भी बताया कि वो इसके लिए कई बार विभाग को पत्र लिख चुके है ।
मरीजो को जीवन दान देने वाले नागौद के इस सरकारी अस्पताल की दुर्दशा का सच जब हमने पी डब्लू डी के अधिकारी से जानने की कोशिश की,, तो पहले वो जवाब देने से बचते रहे लेकिन अनौपचारिक वार्तालाप मे जो कुछ उन्होने कहा कि उससे ये साफ जाहिर होता है कि उन्हे अपने इन कारनामो की कोई परवाह नहीं है । हैरत की बात है कि अस्पताल की दुर्दशा मे पूछे गए सवाल पर पीडब्लूडी के अधिकारी ने तो अपने द्वारा कराए काम को सही बताया बाद मे शिकायतकर्ता डॉक्टरो को ही बत्तमीच कह डाला।