गर्मी से हाल-बेहाल! मौसम विभाग का इन 5 राज्यों के लिए ऑरेंज अलर्ट

नई दिल्ली. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने दिल्ली-एनसीआर और उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों के लिए हीटवेव की स्थिति को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. आने वाले 4-5 दिनों तक राहत के आसार नहीं है. आईएमडी ने कहा है कि राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, यूपी और ओडिशा के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. उत्‍तर भारत में गर्मी का प्रकोप बना हुआ है. तापमान भी 40 डिग्री से अधिक बना हुआ है और यह स्थिति आने वाले दिनों में बनी रहेगी. आईएमडी वैज्ञानिक आर.के. जेनामणि ने बताया कि बीते 25 फरवरी से कोई बारिश की घटना न होने से वातावरण पहले ही शुष्‍क बना हुआ था और अब लू-लपट के कारण गर्मी भीषण हो गई है.

जेनामणि ने कहा कि उम्‍मीद है कि 2 मई को आने वाला पश्चिमी विक्षोम उत्‍तर पश्चिम और मध्‍य भारत के लिए कुछ राहत दे जाए. पूर्वोत्तर क्षेत्र, केरल, तमिलनाडु के बड़े हिस्से में भारी बारिश हो रही है, लेकिन पूरा उत्‍तर भारत प्रचंड गर्मी से गुजर रहा है. उन्‍होंने कहा कि दिल्‍ली में फिलहाल कोई राहत नहीं होगी. यहां अधिकतम तापमान 43 तक जा सकता है और हीट वेव चलती रहेंगी. शुक्रवार को भी पारा तेज बना रहेगा और 30 अप्रैल तक पारा 40 डिग्री से अधिक रह सकता है.

आईएमडी ने कहा कि 2 मई से उत्तर पश्चिम भारत को प्रभावित करने वाले एक और ताजा पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में, 2-4 मई के दौरान पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में गरज चमक के साथ हल्की या बिखरी हुई वर्षा होने की संभावना है. इस वजह से, 3 और 4 मई के दौरान उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में हल्की बारिश की संभावना है. भारत के बड़े हिस्से में लू की स्थिति बनी रहेगी.

आईएमडी ने अगले चार दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में और अगले दो दिनों के दौरान पूर्वी भारत में हीटवेव की स्थिति की भविष्यवाणी की है और इसके बाद यह समाप्त हो जाएगा. 28-30 अप्रैल के दौरान पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में लू की स्थिति बनी रहेगी और 1-2 मई को भीषण लू की स्थिति रहेगी. विदर्भ, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़, दिल्ली और पूर्वी राजस्थान, बिहार, झारखंड, आंतरिक ओडिशा, छत्तीसगढ़ और गंगीय पश्चिम बंगाल में लू की स्थिति बनी हुई है और आने वाले 3 दिनों तक राहत मिलने की संभावना नहीं है. इन इलाकों में आंधी चलने या कुछ इलाकों में हल्‍की बारिश हो सकती है. कहीं कहीं बादल छाए रहने से तापमान में कुछ राहत मिलने की संभावना है.