छत्तीसगढ़ कांग्रेस की अंदरूनी सियासत दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय तक पहुंच गई है। गुरुवार को युवा कांग्रेस के संसद घेराव में पहुंचे छत्तीसगढ़ के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली की सड़कों पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के समर्थन में नारेबाजी की। कार्यकर्ता बड़ी देर तक सिंहदेव के लिए जिंदाबाद और ‘छत्तीसगढ़ डोल रहा है, बाबा बाबा बोल रहा है, जैसे नारे लगाते रहे।
बताया जा रहा है, युवा कांग्रेस के इस प्रदर्शन के लिए तीन अलग-अलग समूह में करीब 2 हजार कार्यकर्ता दिल्ली पहुंचे थे। इसमें छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस के अध्यक्ष कोको पाढ़ी के साथ करीब 1100 लोग थे। निखिल द्विवेदी और आदित्येश्वर शरण सिंहदेव के नेतृत्व में भी कार्यकर्ता अलग-अलग माध्यमों से दिल्ली पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि प्रदर्शन शुरू हुआ तो छत्तीसगढ़ से पहुंचे कार्यकर्ताओं के एक समूह ने टीएस सिंहदेव के समर्थन में नारेबाजी शुरू कर दी। यह नारेबाजी देर तक चलती रही। बाद में युवक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी भी दी। प्रदर्शन में शामिल होने के बाद कार्यकर्ताओं का यह समूह कल दिल्ली से छत्तीसगढ़ के लिए रवाना होगा। इस नारेबाजी की गूंज से राजधानी रायपुर में कांग्रेस दिग्गजों के कान खड़े हो गए हैं।
कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह ने 24 जुलाई को स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव पर जान से मारने की कोशिश का आरोप लगाया। इसकी वजह से 26 से 28 जुलाई तक विधानसभा का कामकाज बाधित रहा। बाद में बृहस्पत सिंह ने अपने बयान के लिए माफी मांग ली। लेकिन कांग्रेस के बीच विवाद गहरा गया है।
अम्बिकापुर, सूरजपुर, कोरिया, बलरामपुर जिलों के युवा कांग्रेस पदाधिकारियों ने पहले ही विधायक बृहस्पत सिंह पर कार्रवाई की मांग की है । 26 जुलाई को पदाधिकारियों ने अलग-अलग बैठक कर निंदा प्रस्ताव पारित किए और कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र भेजकर विधायक पर कार्रवाई की मांग की।