रायपुर भाजपा के धनबल, बाहुबल और प्रशासनिक तंत्र के दुरूपयोग की बढ़ती छलाओं से कांग्रेस ने 2018 के विधानसभा चुनावों में कार्यकर्ताओं की ताकत के बल पर मुकाबला करने और जीत हासिल करने का संकल्प लिया है। छत्तीसगढ़ प्रभारी पी.एल. पुनिया, प्रभारी सचिव अरूण उरांव और डाॅ. चंदन यादव के साथ-साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल, विधायक दल के नेता टी.एस. सिंहदेव, पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष चरणदास महंत, वरिष्ठ नेताओं, पार्टी पदाधिकारियों मोर्चा संगठनों, विभाग, प्रकोष्ठो के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं की संकल्प शिविरों में लगातार उपस्थिति रही है।
कांग्रेस ने संकल्प शिविरों के माध्यम से विधानसभा चुनावों की तैयारियां तेज कर दी है। संकल्प शिविरों के माध्यम से खुले आम राजनैतिक कार्यो में झोक दिये गये सरकारी तंत्र, प्रशानिक तंत्र और भाजपा द्वारा भ्रष्टाचार, कमीशनखोरी से कमाये धन-बल की ताकत से लड़ने के लिये कांग्रेस के जमीनी कार्यकर्ताओं को तैयार किया जा रहा है। राज्य में लगातार हो रहे संकल्प शिविरों से कांग्रेस के बूथ के कार्यकर्ताओं में उत्साह की लहर दौड़ गयी है। 8 मई के बाद राज्य के एक तिहाई से अधिक विधानसभा क्षेत्रों में बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण का काम पूरा हो जायेगा।
इसके पहले कांग्रेस के सभी 90 सीट विधानसभा क्षेत्रों की 9500 सेक्टर प्रभारियों के प्रशिक्षण का कार्य जून 2017 से सितंबर 2017 के बीच पूरा कर चुकी है। इन्हें मतदान केंद्र प्रबंधन, भाजपा आरएसएस की करतूतों के साथ-साथ कांग्रेस की उपलब्धियां रीति-नीति और सिंद्धात और सोशल मीडिया का भी प्रशिक्षण दिया गया था।
कांग्रेस के मतदान केन्द्र स्तरीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविरों के तीसरे चरण में दुर्ग संभाग में 7 संकल्प शिविर होंगे। 6 मई को डोगरगांव, दुर्ग शहर और वैशाली नगर के संकल्प शिविर होंगे। 7 मई को राजनांदगांव और सक्ती के संकल्प शिविर होंगे। 8 मई को खैरागढ़ और डोगरगढ़ में संकल्प शिविर होंगे।