फटाफट डेस्क: यात्रीगण कृपया ध्यान दें… आप अगर भारतीय रेलवे की किसी भी ट्रेन में सफर कर रहे हैं, तो हो सकता है कि आपके सहयात्री अब रेलवे बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी या फिर किसी रेलवे जोन के जीएम या फिर डिवीजन का डीआरएम हो सकते हैं। दरअसल, ट्रेनों में टॉयलेट की साफ-सफाई, खानपान, सुरक्षा समेत अन्य सुविधाओं की पता लगाने के लिए अब ये अफसर आम यात्री बनकर सफर करेंगे। रेलवे के ये वरिष्ठ अफसर अब तक करीब 544 ट्रेनों में सुविधाओं का निरीक्षण कर चुके हैं। यह पहली बार है, जब रेलवे बोर्ड के अफसर आम यात्री बनकर ट्रेनों की सुविधा का निरीक्षण कर रहे हैं।
भारतीय रेलवे द्वारा स्वच्छ रेल के तहत सभी रेलवे जोन में 24 जून से स्वच्छता अभियान जोर-शोर से शुरू किया गया है। इसमें जोनल रेलवे और Share डिवीजन स्तर के वरिष्ठ अधिकारी ट्रेनों में आम Select व्यक्ति की तरह सफर कर सुविधाओं का पता लगा रहे हैं। रेलवे बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार निरीक्षण के दौरान ट्रेनों में सुविधाओं और साफ सफाई जायजा लिया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान यात्रियों की शिकायतों के आधार पर संबंधित डिवीजन-जोन के अधिकारियों पर कार्रवाई करने की भी तैयारी है।
सूत्रों के अनुसार, रेलवे के इस अभियान का दूसरा चरण जल्द ही शुरू होगा। इसमें रेलवे बोर्ड के चेयरमैन व सीईओ व बोर्ड के सदस्य ट्रेनों में यात्रा करेंगे और यात्रियों की सुविधाओं के लिए उठाए गए कदमों का परिणाम देखेंगे। रेलवे बोर्ड स्तर के : ट्रेनों में यात्राए करंगे। इसके बाद बायो टॉयलेट से रएम भी बदबू आने और चोक होने की समस्या को खत्म करने के लिए नई तकनीक या इसके डिजाइन में बदलाव को लेकर मंथन किया जाएगा।
रेलवे बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार, इस अभियान के तहत यात्री सुविधाओं, शौचालयों, कूड़ेदान, रिटायरिंग रूम में बिस्तरों आदि की जांच की जाएगी तथा स्टेशन पर ट्रेनों में तैनात सफाई कर्मचारियों को हर हाल में स्वच्छता बनाए रखने और उस में गुणवत्ता लाने को कहा गया है। दौरान प्लेटफार्म पर पीने के पानी, डस्टबिन की व्यवस्था और नालों की साफ-सफाई पर खास नजर रखी जाएगी। इस सफाई सप्ताह में रेलवे कर्मचारियों की हिस्सेदारी को भी सुनिश्चित किया जाएगा। रेलवे बोर्ड ने सभी जोनों में इस तरह का स्वच्छता सप्ताह संचालित करने और इससे सभी रेलवे कर्मचारियों और अफ़सरों को जोड़ने का निर्देश दिया है।