दिल्ली के मुनिरका थाने में दिल्ली पुलिस की एक महिला कॉन्स्टेबल ने दिल्ली पुलिस के ही सब इंस्पेक्टर मनोज पर नशीला पदार्थ पिलाकर रेप करने का आरोप लगाया है। पीड़ित महिला कॉन्स्टेबल ने आरोपी सब इंस्पेक्टर मनोज पर आरोप लगाया है कि उसने रेप के बाद उसकी अश्लील तस्वीरें खींचीं और उसे ब्लैकमेल कर रहा था। पुलिस ने पीड़ित कॉन्स्टेबल की शिकायत पर आरोपी सब इंस्पेक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पीड़ित कॉन्स्टेबल ने आरोप लगाया कि नाइट ड्यूटी के दौरान सब इंस्पेक्टर मनोज उसे मुनिरका के एक कमरे में ले गया जहां उसको नशीला पदार्थ पिलाकर उसके साथ रेप की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, पीड़ित कॉन्स्टेबल और आरोपी सब इंस्पेक्टर पहले एक ही पुलिस स्टेशन में तैनात थे। अब तक आरोपी सब इंस्पेक्टर को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है।
वहीं एक दूसरे मामले में मंगलवार को दिल्ली पुलिस की महिला कॉन्स्टेबल ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। संगीता नाम की महिला पुलिसकर्मी दिल्ली पुलिस मुख्यालय में तैनात थी। उसने पालम इलाके में स्थित घर के अंदर फांसी लगाकर जान दे दी। खुदकुशी की वजह को अभी सामने नहीं आई है। मामले की जांच की जा रही है। मृतक युवती की सगाई हो चुकी थी। मंगेतर का फोन नहीं उठाने पर वो घर पहुंचा, जहां युवती उसे लटकी हुई हालत में दिखाई दी जिसके बाद पुलिस को जानकारी दी गई। मंगेतर भी दिल्ली पुलिस में पोस्टेड है। मृतक राजस्थान के झुंझुनूं की रहने वाली थी।
देश में बलात्कार पीड़ित महिलाओं और नाबालिग बच्चियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिए शीघ्र न्याय दिलाने की दिशा में नरेंद्र मोदी सरकार की कैबिनेट ने अहम फैसला लिया है। केंद्रीय कैबिनेट ने 1023 फास्ट ट्रैक कोर्ट स्थापित करने की योजना को अपनी मंजूरी दे दी है। इस योजना के तहत केंद्र सरकार बड़ी संख्या में फास्ट ट्रैक कोर्ट स्थापित करेगी।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने यह भी कहा है कि नाबालिग बच्चियों से होने वाले यौन अपराधों में जल्द न्याय दिलाने के लिए इन फास्ट ट्रैक कोर्ट्स में से 389 पॉक्सो कोर्ट हैं।