बिहार में मैट्रिक परीक्षा का परिणाम आ गया है। बड़ी तादाद में छात्र-छात्राओं ने बाजी मारी है। वहीं, कुछ छात्र फेल भी हो गए हैं। बिहार बोर्ड की 10वीं की परीक्षा में असफल रहने वाले छात्रों को लेकर मुंगेर से दुखद खबर सामने आई है। मैट्रिक परीक्षा में फेल होने पर एक छात्र ने जहरीला पदार्थ खाकर खुदकुशी करने की कोशिश की है। वहीं, एक अन्य छात्रा परीक्षा परिणाम के बारे में जानकर बेहोश हो गईं। दोनों छात्रों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल दोनों छात्रों का मुंगेर के सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है। सुसाइड का प्रयास करने वाले छात्र के परिजन उनके इस कदम से सकते में हैं।
जानकारी के अनुसार, मुंगेर में मैट्रिक कि परीक्षा में फेल होने के कारण मयदरियापुर के एक छात्र जहरीला पदार्थ खा लिया। वहीं, 10वीं की परीक्षा में असफल होने पर शंकरपुर कि एक छात्रा बेहोश हो गई छात्र-छात्रा के परिजनों ने आनन-फानन में दोनों को इलाज के लिए मुंगेर सदर अस्पताल में भर्ती कराया। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मयदरियापुर निवासी रविन्द्र मंडल के पुत्र अखिलेश कुमार मैट्रिक परीक्षा में फेल हो गए। इसकी जानकारी मिलने के बाद अखिलेश ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की. समय रहते इस बात कि जानकारी अखिलेश के परिजनों को लग गई और उन्होंने अखिलेश को सदर अस्पताल में दाखिल कराया। समय पर इलाज मिलने के कारण अखिलेश कि जान बच गई। अखिलेश को हिन्दी विषय में सबसे कम नम्बर आए है।
दूसरा मामला मुफस्सिल थाना क्षेत्र के शंकरपुर निवासी टोटो चालक पंकज कुमार यादव कि पुत्री कोमल कुमारी का है। कोमल को गणित विषय कम अंक मिला। इस वजह से वह मैट्रिक परीक्षा में फेल हो गई। असफल होने का दुख वह सहन नहीं कर पाई और बेहोश हो गई। परिजनों ने आनन फानन में उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भरती कराया। अब डॉक्टरों ने उनकी हालत ठीक बताई है।
बीएसईबी 10वीं के परिणाम में कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 79.88 फीसदी रहा, जो पिछले साल की तुलना में थोड़ा अधिक है। इस बार कुल 16,11,099 छात्रों ने परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया था। इस साल टॉपर रही रामायणी राय, जिन्होंने 487 अंकों के साथ पहली रैंक हासिल की है।