चंडीगढ़। राजस्थान के एक डॉक्टर के परिवार के लिए पहाड़ों की यात्रा उस वक्त दुःस्वप्न में बदल गई, जब वे अपने घर लौटते समय पंजाब के रूपनगर जिले में भीषण दुर्घटना का शिकार हो गए। उनकी ह्यूंडई क्रेटा कार एक निजी बस से टकराने के बाद भाखड़ा नहर में जा गिरी। कार में सवार 7 लोगों में से 5 की मौत हो गई, जबकि 2 के भाखड़ा नहर में बह जाने की आशंका है। पीड़ितों परिवार राजस्थान के सीकर जिले का रहने वाला है। इस हादसे में जान गंवाने वालों में डॉ सतीश पूनिया, उनकी पत्नी सरिता और बेटा राजा, बहनोई राजेश और उनकी पत्नी शामिल है। इनके साथ कार में सवार दो बच्चियां लापता हैं।
डॉ सतीश पूनिया रींगस में एक सरकारी अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ थे, जबकि उनकी पत्नी सरिता एक स्कूल शिक्षक थीं। तीन घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस भाखड़ा नहर से 5 शवों को निकालने में सफल रही। लापता हुई दोनों बच्चियों की तलाश जारी है। उनके नहर में बह जाने की आशंका है। एसएचओ विजय कुमार ने बताया कि हादसे को लेकर भारतीय दंड संहिता की धारा 304-ए के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। जिस बस से कार की टक्कर हुई, उसका ड्राइवर बस छोड़कर मौके से फरार हो गया।
निजी बस ने कार को इतनी तेज टक्कर मारी कि वह पुल की रेलिंग तोड़ नहर में जा गिरी। हाइड्रा मशीन मंगवाकर कार को नहर से बाहर निकाला गया। गाड़ी से बरामद पर्स में मिले पहचान पत्र के अनुसार यह परिवार सीकर जिले के श्रीमाधोपुर ठिकरिया बाउडी का रहने वाला है। इस हादसे के एक चश्मदीद ने बताया कि क्रेटा कार श्री आनंदपुर साहिब की तरफ से आ रही थी और उसे पीछे से आ रही प्राइवेट बस ने ओवरटेक करते हुए टक्कर मारी, जिससे कार पुल की रेलिंग तोड़ते हुए नहर में जा गिरी।
पुलिस के मुताबिक इस हादसे में चोट लगने की वजह से मौतें न होकर डूबने की वजह से हुई प्रतीत होती हैं। क्योंकि भाखड़ा नहर में पानी का स्तर बहुत ऊंचा है। कार पूरी तरह डूबी हुई थी। कार के शीशे चढे हुए थे। किसी भी मृतक के शरीर पर चोट के निशान नहीं हैं। हालांकि, मौत की असल वजह तो शवों के पोस्टमार्टम के बाद ही पता चल सकेगी। पुलिस ने बताया कि यह परिवार हिमाचल प्रदेश से पहाड़ों की सैर करके लौट रहा था।