हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले से एक धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। शादी के नाम पर यहां एक परिवार के साथ धोखाधड़ी की गई है। यह मामला जिले के घुमारवीं के साथ लगती लुहारवीं पंचायत के बरोटा का है। पीड़ित परिवार की मानें तो शादी के नाम पर 1.12 लाख नकद और 1.7 लाख के गहने ठगे गए हैं। पीड़ित परिवार जहां पर एक दुल्हा बारात लेकर तो निकला पर जब मौके पर पहुंचा तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। क्योंकि 50 किमी का सफर करने के बाद मौके पर ना उसे दुल्हन मिली ना ही शादी के लिए मंडप सजा था। बारात को बैरंग लौटना पड़ा। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बिलासपुर के घुमारवीं से बारात मंडी के नेरचौक गई थी,लेकिन दूल्हे के लिए न तो मंडप सजा और न ही दुल्हन मिली और बरातियों को बैरंग लौटना पड़ा। लुहारवीं पंचायत के बरोटा निवासी जयपाल ने थाने में शिकायत दी है कि वह बेटे की शादी को लेकर व्यक्ति से मिला। उसने शादी करवाने के लिए 70 हजार खर्च की बात कही। कुछ रुपये उसने मौके पर ही दे दिए। बाद में आरोपी ने अश्विनी नाम के व्यक्ति का नंबर दिया। पिता ने बताया कि अश्विनी से फोन पर बात हुइ तो उन्हें मंडी में बुलाया गया। अश्विनी ने शादी के खर्चे को लेकर डेढ़ लाख रुपये मांगे तो पीड़ित ने 55 हजार रुपये नकद और 55 हजार रुपये उसके खाते में डाल दिए। लेकिन इस दौरान लड़की से नहीं मिलवाया गया। फोन पर ही लड़की का फोटो दिखाया और फोन पर लड़की की बात करवाई।
परिवार ने बताया कि 26 तारीख को जब बरात लेकर नेरचौक गए तो वहां पर उन्हें कोई नहीं मिला। जब अश्विनी को फोन किया तो उसने बताया कि दुल्हन के पिता की मौत हो गई है और हम वापस आ गए। पीड़ित व्यक्ति ने अपने पैसे वापस मांगे तो आरोपी व्यक्ति देने से आनाकानी करने लगा। पीडि़त का कहना है कि शादी की तैयारियों पर तीन लाख लाख का खर्च आया है। घुमारवीं थाना ने धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर लिया है तथा गहन छानबीन की जा रही है।