राजस्थान के जालोर जिले में एसडीएम द्वार किसान को लात मारे जाने का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. SDM भूपेंद्र यादव ने नरसिंह राम चौधरी नाम के एक किसान को लात मार दी. जिसके बाद घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह से एसडीएम अपनी लात को किसान की ओर बढ़ा रहे हैं. इस घटना के बाद गुस्साए किसानों और पुलिस के बीच जड़प हो गई.
दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि हाथापाई की नौबत आ गई. काफी कोशिशों के बाद पुलिस ने गुस्साए गांव वालों को शांत कराया. दरअसल किसान भारत माला प्रोजेक्ट के तहत मुआवजे की मांग कर रहे थे. अमृतसर से जामनगर की तरफ बनने वाले एक्सप्रेस-वे का काम गुरुवार को ही शुरू हुआ था. इसी दौरान ग्रामीणों ने वहां पहुंचकर काम को रुकवा दिया.
वहीं SDM का आरोप है कि ग्रामीण उन पर लाठी से हमला करने वाले थे इसीलिए बचाव में उन्हें लात मारनी पड़ी. सांचौर पुलिस थाने में राजकीय कार्य में बाधा डालने को लेकर किसानों पर मामला दर्ज किया गया है. सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. वहीं टीवी9 इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है. लात मारे जाने के बाद गुस्साए किसानों ने रात को गांव में पंचायत की.
वीडियो में देखा जा सकता है कि एसडीएम की मौजूदगी में पेड़ों और खेत की मेड़ हचाने का काम किया जा रहा है. उसी दौरान एक ग्रामीण जेसीबी के सामने बैठ कर काम में रुकावट डाल देता है. उसी दौरान एसडीएम भी जेसीबी के पास पहुंच गए. गुस्साए एसडीएम ने किसान को जैसे ही हाथ दिखाया, लाठी लिए किसान उनकी तरफ बढ़ने लगे.जिसके बाद उन्होंने किसान को लात मार दी.
एसडीएम के लात मारते ही दोनों के बीच विवाद और भी बढ़ गया. दोनों तरफ से हाथापाई और मारपीट शुरू हो गई. काशी मशक्कत के बाद पुलिस ने ग्रामीणों को शांत करायाय वहीं इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
बात दें कि किसानों और सरकार के बीच डीएलसी रेट को लेकर विवाद चल रहा है. यह केस 2 सालों में हाईकोर्ट में था. फैसला किसानों के खिलाफ आने के बाद यह मामला फिलहाल डबल बेंच में है. कोरोना महामारी की वजह से फिलहाल सुनवाई नहीं हो रही है. वहीं किसानों का कहना है कि पैसा जारी हो चुका है. कोर्ट का फैलला आने तक कंपनी काम रोकने पर राजी नहीं हो रही है. वहीं किसानों ने जब काम रुकवा दिया तो एसडीएम और किसानों के बीच विवाद काफी बढ़ गया है.