रांची। झारखंड कांग्रेस में बड़े बदलाव की स्क्रिप्ट तैयार हो रही है। ये बदलाव संगठन के अंदर एग्जिट और इण्टर पॉलिटिक्स का हिस्सा है। यानी नये प्रदेश अध्यक्ष के सक्रिय होते ही, पुरानी टीम में शमिल नेताओं की छुट्टी होने वाली है। बहुत जल्द कांग्रेस के जिला अध्यक्ष के बदले जाने की अधिसूचना जारी होगी। जिला स्तर पर बदलने वाले कांग्रेसी चेहरों में ज्यादातर लंबे समय से पद बने रहे जिला अध्यक्ष है, जबकि कुछ जिला अध्यक्षों की कुर्सी संगठन के अंदर उनके सुस्त राजनीति की वजह जाने वाली है।
जिन जिला अध्यक्षों के बदले जाने की चर्चा है उनमें रांची, रामगढ़, जमशेदपुर, बोकारो, हजारीबाग, धनबाद, गिरिडीह, चतरा, लातेहार, देवघर, दुमका और लोहरदगा शामिल हैं। झारखंड कांग्रेस के नये प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कमान संभालने के बाद जिला स्तर पर दौरा तेज कर दिया है। प्रदेश अध्यक्ष के इस दौरा को संगठन विस्तार, संगठन की मजबूती और संगठन में बदलाव के लिहाज से देखा जा रहा है।
दरअसल प्रदेश कांग्रेस के अंदर किसी भी तरह के बदलाव से पहले संगठन में आम राय बनाने की कोशिश की जा रही है। लेकिन, ये बात तय है कि अगले कुछ दिनों में जिला अध्यक्षों को बदलने की कार्रवाई शुरू हो जाएगी। ये बदलाव एक से अधिक चरणों में हो सकते हैं।
हालांकि, राज्य में हेमंत सोरेन सरकार के साथ सत्ता का कदमताल कर रही झारखंड कांग्रेस का संगठन विस्तार इतना आसान नहीं। अपने पुराने वोट बैंक को हासिल करने के साथ-साथ युवाओं का बगैर समर्थन मिले हाथ को मजबूत कर पाना मुमकिन नहीं। शायद इसी रणनीति के साथ कांग्रेस झारखंड की राजनीति में अपनी सक्रियता को बढ़ाने में जुट गई है।