बिहार के पश्चिम चम्पारण के लौरिया व रामनगर में जहरीली शराब से मौत के मामले में लौरिया थाने के सभी अधिकारी व कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है। लौरिया थानाध्यक्ष राजीव कुमार रजक को जानकारी होने के बाद भी अवकाश पर रहने के कारण लाइन हाजिर किया गया है। प्रभारी थानाध्यक्ष केपी यादव व दो चौकीदारों को निलंबित कर दिया गया है। वहीं जिले के उत्पाद अधीक्षक व बगहा अनुमंडल के उत्पाद निरीक्षक से जवाब मांगा गया है। जिला प्रशासन ने 12 लोगों की मौत जहरीली शराब से होने की पुष्टि की है। वहीं चार लोगों की मौत बीमारी से होने की बात कही है।
बेतिया एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा ने बताया कि अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मामले के मुख्य आरोपितों की पहचान कर ली गई है। उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। गिरफ्तार सभी को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है।
डीएम कुंदन कुमार ने बताया कि संदिग्ध मौत के मामले में शनिवार को फिर से टीम मृतकों के घर पर भेजी गई। टीम ने परिजनों का लिखित बयान लिया। इसमें लतीफ साह (65), बिकाउ मियां (45), सुरेश साह (40), वशिष्ठ सोनी (35), नईम मिस्त्री (60), हीरालाल डोम (45), गुड्डू मियां (35), ताज महम्मद (60), जवाहिर मियां (50), जुलफान मियां (45), इजहारूल अंसारी (65) व झुन्ना मियां (30) शामिल हैं। मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
वहीं बगही के रतुल मियां, देउरवा के भगवान पांडा के परिवार वालों ने मेडिकल रिपोर्ट देकर बीमारी से मौत की बात बतायी है। देउरवा के रामवृक्ष चौधरी, व अमीरउल साह के परिजनों ने भी बीमारी से मौत की बात बतायी है।