हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के चौपाल में एनएच-707 पर गुम्मा के समीप हुए पिकअप हादसे में दो लोग लापता हैं। लोगों की टौंस नदी में तलाश की जा रही है। बचाव दल की अगुआई कर रहे डीएसपी चौपाल की दिलेरी के लिए न्योल क्षेत्र के लोगों ने उन्हें सम्मानित करने की मांग उठाई है। बीते सोमवार को डीएसपी चौपाल राज कुमार लापता लोगों की तलाश में उफनती नदी में कूद गए थे तथा टौंस की गहराई में हादसाग्रस्त पिकअप को ढूंढ निकाला था।
ग्राम पंचायत चइंजन के प्रधान हेत राम कैंथला, ग्राम पंचायत टिकरी न्योल के उप प्रधान केवल राम शर्मा, पूर्व बीडीसी चेयरमैन राम लाल न्योली,स्थानीय युवा वसंत न्योली, रमेश कांटा एवं न्योल क्षेत्र के लोगों ने सरकार से मांग की है कि विकट परिस्थितियों के बीच बहादुरी दिखाने वाले एसडीपीओ चौपाल राज कुमार तथा इस अभियान को अंजाम दे रहे लोगों को सम्मानित किया जाए। लोगों ने ऐलान किया है कि एसडीपीओ राज कुमार को न्योल क्षेत्र में भविष्य में होने वाले किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम के मंच पर सम्मानित किया जाएगा।
क्या बोले डीएसपी
डीएसपी चौपाल राज कुमार ने बताया कि एनडीआरएफ की टीम, प्रशासन व स्थानीय लोगों ने टौंस नदी में हरेक संभावित स्थान पर लापता लोगों की तलाश की, लेकिन उनका अभी तक कोई भी पता नहीं चल पाया है। इस बारे में ईछाडी बाँध के प्रबंधन एवं टौंस नदी के दोनों तरफ के लोगों से अपील की गई है कि यदि कोई शव नदी में नजर आये तो तुरंत चौपाल पुलिस को सूचित करें। न्योल के युवा वसंत न्योली ने बताया कि न्योल क्षेत्र के दर्जनों लोग प्रशासन के साथ तीन दिन तक लापता लोगों की तलाश में डटे रहे, लेकिन अभी तक उन्हें कोई भी सफलता नहीं मिल पाई है। वसंत ने बताया कि एसडीपीओ चौपाल राज कुमार ने दुर्घटनाग्रस्त वाहन और लापता लोगों की तलाश में सोमवार को उफनती टौंस नदी की गहराई में उतर कर जिस तरह बहादुरी का परिचय दिया है, उससे इस अभियान में जुटे लोगों में एक नए उत्साह का संचार हुआ है।
इस अभियान में न्योल क्षेत्र के केवल राम नगराईक, नारायण सिंह, कंवर सिंह चमसान, सुरेश रथटा, श्याम सिंह बरसांटा लोग शामिल है। एसडीपीओ चौपाल राज कुमार की हथेली में शीशा लगने से गहरी चोट आई है, जबकि सुरेश रथटा के पाँव तथा दोनों टांगों में चोटें लगी है।