चेन्नई। तमिलनाडु में राजधानी चेन्नई समेत कई क्षेत्रों में भारी बारिश का दौर जारी है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने सोमवार को भी राज्य में भारी बारिश की संभावना जताई है। दक्षिण भारतीय राज्य के कई जिलों में हालात काफी खराब हैं। खबर है कि रात 2 बजे तक कम से कम 81 लोगों को निकालकर आश्रय पहुंचाया गया था। वहीं बारिश जनित घटनाओं में कम से कम चार लोगों की मौत की खबर है। इस बीच जलजमाव के कारण रेल व्यवस्था भी खासी प्रभावित हुई है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के चलते चेन्नई में बीती रात भारी बारिश दर्ज की गई। चार जिलों में अगले दो दिनों के लिए स्कूल-कॉलेज बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं। वहीं, थिरुवल्लूर, चेंगलपट्टू और मदुरई में NDRF की टीमें तैनात हैं। कहा जा रहा है कि चेन्नई में 6 सालों के बाद इतनी भारी बारिश दर्ज की गई है।
हालात की गंभीरता के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से बात कर हर संभव मदद का भरोसा दिया। पीएम ने ट्वीट किया, ‘तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन से बात की और राज्य के हिस्सों में भारी बारिश को देखते हुए हालात पर चर्चा की। केंद्र की तरफ से बचाव और राहत कार्य में हर संभव सहयोग करने का वादा किया। मैं सभी की सुरक्षा की कामना करता हूं।’
टाइम्स ऑफ इंडिया ने राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री केकेएसएसआर रामचंद्रन के हवाले से लिखा कि प्रभावितों को राहत कैंप्स में रखा गया है। साथ ही जलजमाव से प्रभावित हुए लोगों को कुल 50 हजार 451 खाने के पैकेट वितरित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि रास्तों से पानी को निकालने के लिए बड़े पंप्स का इस्तेमाल किया जा रहा है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, राज्य सरकार ने ऐसे 500 पंप्स लगाए हैं।
मुख्यमंत्री स्टालिन ने चेन्नई, थिरुवल्लूर, चेंगलपेट और कांचीपुरम में दो दिनों तक स्कूलों की छुट्टी का ऐलान किया है। राज्य सरकार के अनुरोध पर NDRF की चार टीमें राहत और बचाव कार्य के लिए तैनात हैं। रविवार को सीएम ने पैरंबूर बैरक रोड, ओटरी पुल और पाड़ी के प्रभावित इलाकों का दौरा किया। सीएम ने जानकारी दी थी कि चेन्नई और 11 अन्य जिले 20 सेमी या इससे ज्यादा बारिश से प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि अन्य जिलों में इतनी बारिश दर्ज नहीं गई है, लेकिन यहां भी हर समय निगरानी के आदेश दिए गए हैं।
भाषा के अनुसार, मौसम विज्ञान विभाग ने रविवार को कहा कि नौ नवंबर तक उत्तरी तटीय तमिलनाडु एवं दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी में चक्रवातीय परिसंचरण क्षेत्र तथा निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, ऐसे में राज्य में कम से कम अगले तीन दिन तक व्यापक रूप से वर्षा हो सकती है। विभाग ने कहा कि उसके प्रभाव से सोमवार को चेन्नई, विल्लुपुरम और कुड्डलोर जैसे उत्तरी क्षेत्रों, मायिलदुथुरई एवं नागपट्टिनम जिलों के डेल्टा इलाकों तथा पुडुचेरी एवं करियक्कल में वर्षा होने की संभावना है। उसने कहा कि ऐसे क्षेत्रों में भारी वर्षा, छिटपुट स्थानों पर बहुत अधिक वर्षा हो सकती है तथा बिजली चमकने एवं आंधी चलने की संभावना है।