कानपुर। कोरोना वायरस संक्रमण के मामले एक बार फिर से बढ़ते दिख रहे हैं। इस बीच लोगों के मन कोविड-19 संक्रमण की चौथी लहर को लेकर आशंका घर करने लगी है। हालांकि आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर ने इस बीच एक राहत भरी खबर दी है। उन्होंने दावा किया कि फिलहाल भारत में कोरोना संक्रमण की चौथी लहर की संभावना नहीं। उन्होंने अपने गणितीय सूत्र के अनुसार दावा किया कि वायरस के पुराने म्यूटेंट ही अपना असर दिखा रहे हैं।
प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल कोरोना वायरस की पहली, दूसरी और तीसरी लहर को लेकर अपने गणितीय सूत्र के हिसाब से अनुमान पेश करते आए हैं, जो करीब-करीब सही साबित होती रही हैं। ऐसे में कोरोना की चौथी लहर को लेकर भी उनके दावों में दम दिखता है।
प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल का कहना है कि करोड़ों की आबादी में 70-80 केस हो जाने से कोविड संक्रमण की गंभीरता का पता नहीं लगाया जा सकता है। अगर म्यूटेंट में बदलाव होता है और कोई नया वायरस आता है तो उस वक्त की स्थिति पर अभी टिप्पणी नहीं की जा सकती। फिलहाल तो देश में वायरस के पुराने म्यूटेंट ही असर दिखा रहे हैं।
इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि देश में 90 फीसदी से अधिक आबादी में प्राकृतिक इम्युनिटी पैदा हो चुकी है, जिसे अब तक वायरस बाईपास करने में सक्षम नहीं हुआ है।
इस बीच कोरोना संक्रमण के नए मामलों की संख्या में इस एक हफ्ते में 35% की वृद्धि हुई है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, हरियाणा और दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के जिलों में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी देखी गई है। यूपी में पिछले हफ्ते जहां कोरोना संक्रमण के कुल 224 नए मामले सामने आए थे, वहीं इस हफ्ते 540 मामलों के साथ 141% की वृद्धि दर्ज की गई है।