नई दिल्ली। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने कहा कि पूर्वानुमान संबंधी स्टडीज से पता चलता है कि कोरोना की चौथी लहर जून-जुलाई में शुरू होगी और सितंबर तक चलेगी। उन्होंने कहा, कर्नाटक इसका सामना करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि फिलहाल इससे घबराने की जरूरत नहीं है। सुधाकर ने बताया कि कोविड-19 का नया XE वेरिएंट 8 देशों में पांव पसार चुका है। उन देशों से आने वाले लोगों की जांच की जा रही है।
एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मास्क अभी भी जरूरी है और इसमें अभी कोई ढिलाई नहीं बरतनी होगी। लेकिन चौथी लहर के बारे में चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।
देश में तेजी से हो रहे वैक्सीनेशन के बारे में भी स्वास्थ्य मंत्री ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बच्चों को पहले दी जाने वाली वैक्सीन दुनिया में कहीं और मिलने के कई सालों बाद भारत में मिलती थी। मैं महामारी के खिलाफ इस सामूहिक लड़ाई में राजनीति नहीं लाना चाहता। लेकिन लोगों को यह जानना जरूरी है कि पिछले 70 सालों में जब अन्य दलों ने शासन किया, तो दुनिया के बाकी हिस्सों के मुकाबले भारत में वैक्सीन बहुत देर से आई है।
सुधाकर ने कहा, हेपेटाइटिस बी की वैक्सीन पूरी दुनिया में 1985 में लॉन्च हो गई थी। लेकिन यह वैक्सीन भारत में साल 2005 में आई। दुनिया के बाकी हिस्सों के मुकाबले बीसीजी की वैक्सीन 20-25 बाद भारत में आई। इसी तरह जापानी इंसेफेलाइटिस की वैक्सीन 45 साल भारत आई। हालांकि, पहला कोविड मामला 30 जनवरी, 2020 को पाया गया था और एक साल के भीतर 16 जनवरी, 2021 तक भारत ने वैक्सीन बना ली।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि आज भारत में 10 वैक्सीन को मंजूरी दी गई। यह एक बहुत बड़ी गर्व की बात है। उनमें से एक वैक्सीन को भारत बायोटेक ने कोवैक्सीन के नाम से बनाई है, जो कि घरेलू वैक्सीन है। सुधाकर ने कहा कि दूसरी वैक्सीन पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने बनाई है। जिसका नाम कोविशील्ड है। इस वैक्सीन को बनाने के लिए सीरम ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका, कॉर्बेवैक्स जायडस कैडिला के साथ करार किया था। यह दुनिया की पहली DNA वैक्सीन है।
कर्नाटक के बारे में सुधाकर ने कहा कि राज्य में 10.54 करोड़ वैक्सीन लगाई जा चुकी है। वैक्सीन की दूसरी डोज 98 फीसदी लोगों ने ले ली है। सिर्फ 32 लाख लोगों को दूसरी डोज लेना बाकी है। उन्होंने लोगों से दूसरी डोज और एहतियाती जल्द से जल्द लेने के लिए कहा है।