नई दिल्ली. ओडिशा कैबिनेट के सभी मंत्रियों ने बहुप्रतीक्षित कैबिनेट फेरबदल से पहले इस्तीफा दे दिया है. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार नए मंत्री रविवार को दोपहर 12 बजे शपथ लेंगे. नए मंत्रियों के नाम की घोषणा अबतक नहीं हुई है. मंत्रियों ने ओडिशा विधानसभा के अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. रविवार को शपथ ग्रहण समारोह राजभवन में होगा.
यह घटनाक्रम नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली बीजू जनता दल (बीडीएल) सरकार के 29 मई को अपने पांच साल के कार्यकाल के तीन साल पूरे करने के कुछ दिनों बाद आया है. शुक्रवार को, ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजेडी ने ब्रजराजनगर उपचुनाव में अपनी उम्मीदवार अलका मोहंती के साथ 66,122 मतों के अंतर से जीत दर्ज की, जिससे विपक्षी भाजपा 2019 के बाद पहली बार तीसरे स्थान पर पहुंच गई. उपचुनावों में, मोहंती ने 93,953 वोट हासिल किए और कांग्रेस के निकटतम प्रतिद्वंद्वी किशोर पटेल को हराया, जिन्होंने 27,831 वोट हासिल किए. चुनाव आयोग के अनुसार, भाजपा उम्मीदवार राधारानी पांडा ने 22,630 वोट हासिल किए और अपनी जमानत खो दी.
इससे पहले राज्य में 2019 में विधानसभा चुनाव कराए गए थे. इसमें नवीन पटनायक की पार्टी बीजद को 112 सीटें मिली थीं. इसके अलावा भाजपा को 23, कांग्रेस को नौ और लेफ्ट को एक सीट से संतोष करना पड़ा था. इसके अलावा एक सीट निर्दलीय उम्मीदवार के नाम भी हुई थी. राज्य में विधानसभा की कुल 146 सीटें हैं। पटनायक के तीसरे कार्यकाल के पूरा होने पर कैबिनेट में बदलाव को आगामी 2023 में होने विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है. 2014 और 2019 की प्रचंड मोदी लहर में भी ओडिशा में नवीन पटनायक ने भारी बहुमत से सत्ता हासिल की. बीजेडी ने 2019 के विधानसभा चुनाव में 44.7 फीसदी वोटों के साथ 113 सीटें जीतीं. नवीन पटनायक लंबे वक्त तक मुख्यमंत्री रहने वालों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर है. बतौर सीएम अब तक उन्होंने 22 साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है.