बाल गृह का ग्रिल तोड़कर आधी रात को 21 बच्चे फ़रार, प्रशासन के उड़े होश

बिहार के छपरा स्थित प्रभुनाथ नगर के बाल गृह का ग्रिल तोड़कर शनिवार की रात करीब 21 बच्चे भाग निकले. बच्चों के भागने की सूचना मिलते ही बाल संरक्षण इकाई से जुड़े पदाधिकारियों के होश उड़ गए. बच्चों की बरामदगी के लिए शहर के विभिन्न चौक-चौराहों, बस स्टैंड और स्टेशन पर बच्चों की खोजबीन शुरू की गई. बाद में 13 बच्चे बालगृह वापस लौट आए, लेकिन 8 बच्चे अभी भी फरार हैं, जिनकी तलाश की जर रही है. इसे लेकर बालगृह के केअर टेकर ने मुफस्सिल थाना में प्राथमिकी भी दर्ज कराई है.

भाग रहे चार बच्चों को आरपीएफ की टीम ने छपरा जंक्शन से बरामद किया और बाल गृह को सौंप दिया. इधर बाल संरक्षण इकाई से जुड़े पदाधिकारी बच्चों के अभिभावकों से भी संपर्क बनाए हुए हैं और उनकी वापसी के लिए लगातार स्थानीय थाने से भी जानकारी ले रहे हैं. शेष सभी बच्चों के जल्द ही वापस आने की भी बात कही जा रही है. बालगृह की सुरक्षा में लापरवाही बरतने वाले कर्मियों के खिलाफ भी जांच शुरू कर दी गई है. दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही जा रही है.

मालूम हो कि इससे पहले भी कुछ बच्चे ग्रिल तोड़कर भागे थे जो बाद में वापस आ गए. सदर अस्पताल में इलाज के दौरान भी रिमांड होम के कई बच्चे भाग निकले थे जो बाद में रिमांड होम में वापस आ गए थे. बच्चों के भागने की सूचना बाल संरक्षण इकाई ने वरीय पदाधिकारियों को भी दे दी है हालांकि इस मामले पर कोई भी अधिकारी मीडिया से कुछ भी बोलने को तैयार नही है. सारण के एसपी संतोष कुमार ने कहा की प्रथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया गया है जिसकी जांच चल रही है.