इस राज्य में फ़िलहाल नहीं होगा लॉकडाउन और कर्फ़्यू… 12 ज़िले अलर्ट पर….

भोपाल। मध्य प्रदेश के किसी भी ज़िले में लॉक डाउन नहीं किया जाएगा और न ही नाइट कर्फ्यू लगाया जाएगा। सीएम शिवराज ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए हर संभव उपाय सख्ती से किये जाएंगे। क़ोरोना को देखते हुए क्राईसीस मैनेजमेंट की बैठक हो रही है इसमें सभी उपायों पर विचार किया जाएगा।

प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा फिलहाल मध्य प्रदेश के किसी भी ज़िले में लॉक डाउन नहीं किया जाएगा और न ही नाइट कर्फ्यू लगाया जाएगा उन्होंने कहा कहा मास्क लगाने के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए रोको टोको अभियान चलाया जाएगा। साथ ही ये भी कि मास्क नहीं लगाने पर कोई जुर्माना नहीं लगाया जाएगा। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण बढ़ने के कारण वहां से आने वाले लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी

कोरोना कोरोना के बढ़ते कहर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है आज हर जिले में क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक कर रहे हैं। आने वाले त्यौहार किस स्वरूप में मनाएं इस पर फैसला करना है। खास कर मेलों का क्या स्वरूप होगा उस पर चर्चा होगी। जरा सी लापरवाही से हमारी की हुई मेहनत पर पानी फिर जाएगा। प्रदेश फिर से संकट में फंस जाएगा। सीएम ने कहा वो सारे उपाय जो कोरोना को फैलने से रोकें वो सारे कदम हम उठाएंगे।

गृह विभाग ने किया अलर्ट

इससे पहले महाराष्ट्र में कोरोना बढ़ने पर मध्य प्रदेश में अलर्ट जारी किया गया है। इंदौर और भोपाल में मास्क फिर से अनिवार्य किया गया है। 12 जिलों में सबसे ज्यादा कोरोना का खतरा बताया जा रहा है। सीएम शिवराज सिंह चौहान की समीक्षा बैठक के बाद आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं।

इन 12 ज़िलों में अलर्ट

गृह विभाग ने आदेश जारी करते हुए इंदौर, भोपाल, होशंगाबाद, बैतूल, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, बड़वानी, खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर और अलीराजपुर के कलेक्टर को ज्यादा सावधानी और सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। इन 12 जिलों में होने वाले ऐसे मेले, जिनमें महाराष्ट्र से अधिक संख्या में लोगों आते हैं, की जानकारी 24 फरवरी तक गृह विभाग भेजनी होगी। महाराष्ट्र से आने वाले लोगों की सीमा क्षेत्र में आवश्यक टेंपरेचर चेक करने की व्यवस्था के निर्देश भी दिए गए। मास्क नहीं पहनने वाले और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने वाले पर प्रभावी कार्यवाही के निर्देश भी दिए गए हैं।

इंदौर और भोपाल में मास्क अनिवार्य

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय में हुई समीक्षा बैठक में कहा कि कोरोना के संबंध में लगातार सतर्कता जरूरी है। थोड़ी सी लापरवाही विकराल रूप ले सकती है। मुख्यमंत्री ने इंदौर और भोपाल में तत्काल मास्क की अनिवार्यता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। महाराष्ट्र से लगे सभी जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना से बचाव के लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए गए।

सतर्कता ज़रूरी

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि शिवरात्रि के पर्व पर प्रदेश में लगाने वाले मेलों में सतर्कता और जागरूकता आवश्यक है। विशेषकर महाराष्ट्र से लगे जिलों में आयोजित होने वाले मेलों में सहभागिता के संबंध में आरटी पीसीआर के परीक्षण की अनिवार्यता पर भी विचार किया जाना चाहिए। शिवरात्रि के अवसर पर छिंदवाड़ा और बैतूल में लगने वाले मेलों में महाराष्ट्र से बड़ी संख्या में लोग आते हैं। ऐसे में संबंधित जिलों के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप बैठक कर मेलों के आयोजन और आवश्यक सावधानियों के संबंध में समय रहते निर्णय लें।

मध्य प्रदेश 9वें स्थान पर

देश में केरल और महाराष्ट्र में कोरोना तेजी से फैलने लगा है। मध्य प्रदेश देश में 9वें नंबर पर है। राष्ट्रीय स्तर पर महाराष्ट्र में 42 प्रतिशत और केरल में 33 प्रतिशत प्रकरण प्रतिदिन आ रहे हैं। वहीं मध्य प्रदेश में केवल 2 प्रतिशत ही प्रकरण आ रहे हैं।

सात दिन में इंदौर में 773 केस

अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि प्रदेश में पिछले हफ्ते से कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या में वृद्धि दिख रही है। पिछले 7 दिनों में प्रतिदिन इंदौर में 110, भोपाल में 57, जबलपुर में 12 प्रकरण आ रहे हैं। इस अवधि में 773, भोपाल में 397 और जबलपुर में 85 प्रकरण रिपोर्ट हुए हैं। बैतूल, छिंदवाड़ा, बड़वानी, दमोह, सीधी, रतलाम और खरगौन में भी प्रकरण बढ़ रहे हैं।

ब्रिटेन से आए 354 यात्रियों का चैकअप

कोरोना के नए स्ट्रेन को देखते हुए प्रदेश में ब्रिटेन से आए सभी 354 यात्रियों का परीक्षण कराया गया। इनमें से 5 यात्री पॉजिटिव पाए गए, जिनमें इंदौर के दो और भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर के एक-एक यात्री थे।

टीकाकरण में मप्र देश में दूसरे नंबर पर

मध्य प्रदेश कोविड टीकाकरण में देश में दूसरे नंबर पर है। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि हेल्थ वर्कर और फ्रंट लाइन वर्कर के संयुक्त रूप से टीकाकरण में 75 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है। राजस्थान में यह 76 प्रतिशत है। टीकाकरण में राष्ट्रीय औसत 53 प्रतिशत है, जबकि प्रदेश के 37 जिलों में 75 प्रतिशत से भी अधिक टीकाकरण हो चुका है. डिंडौरी 93 प्रतिशत, भिंड 89 प्रतिशत, अलीराजपुर, सीहोर और छतरपुर में टीकाकरण का प्रतिशत 87 प्रतिशत है।