शादियों में चोरी करने वाले गैंग का पर्दाफाश… शानदार कपड़े पहनकर देते थे वारदात को अंजाम… बच्चों को भी ले जाते थे साथ

नई दिल्ली। दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में बड़ी-बड़ी शादियों में लाखों की चोरियों को अंजाम देने वाला गैंग आखिरकार दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ गया। इस गैंग का ताल्लुक मध्य प्रदेश के राजगढ़ से है। इस गैंग के लीडर ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि हर साल शादियों के सीजन में चोरी की वारदातों को अंजाम देने के लिए ये गैंग बच्चों को चोरी कराने के लिए बकायदा किराए पर दिल्ली लेकर आता था।

पुलिस को पता चला कि ये गैंग दिल्ली के अलावा मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पंजाब और चंडीगढ़ समेत देश के कई राज्यों में वारदातों को अंजाम देने पहुंच जाता था। गैंग में मासूम बच्चों को बड़ी-बड़ी शादियों में हिस्सा लेने और बैग चोरी करने के साथ-साथ ज्वेलरी पर हाथ साफ करने की ट्रेनिंग दी जाती थी। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस गैंग के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया है।

वहीं दो नाबालिग चोर भी पुलिस के हत्थे चढ़ गए हैं। दरअसल, दिल्ली पुलिस को लगातार शादियों में चोरी की वारदातों की शिकायतें मिल रही थीं। जिसके बाद क्राइम ब्रांच ने एक विशेष टीम तैयार की। जो इस केस पर काम कर रही थी। टीम ने 100 से ज्यादा शादियों की सीसीटीवी फुटेज और वीडियो खंगाली। तब फुटेज से पता चला कि कई संदिग्ध शादियों में घूमते नजर आ रहे हैं और मेहमानों से घुलमिल रहे हैं।

संदिग्धों ने शानदार मंहगे कपड़े पहन रखे थे। ताकि उन पर किसी को शक न हो। ये सभी शातिर मौका देखते ही अपने काम को अंजाम देकर बच्चों समेत फरार हो जाते हैं। पुलिस को मामले की तफ्तीश के दौरान मध्य प्रदेश के राजगढ़ गैंग पर शक हुआ। पुख्ता शक के आधार पर पुलिस इस गैंग तक जा पहुंची। इससे पहले पुलिस ने राजगढ़ टीम भेजी और दिल्ली की कई बड़ी शादियों में भी ट्रेप लगाया।

इस गैंग ने चंडीगढ़ में इसी साल अक्टूबर में 3 लाख रुपये की कीमत वाली डायमंड की अंगूठी और कीमती सामान पर हाथ साफ किया था। अक्टूबर के महीने में ही इस गैंग ने लुधियाना के हयात होटल से 22 लाख रुपये कैश और ज्वैलरी भी चुराई थी। क्राइम ब्रांच के एडीशनल सीपी शिवेश कुमार सिंह के मुताबिक ये गैंग दिल्ली में अभी तक एक दर्जन शादियों में चोरी की वारदातों को अंजाम दे चुका है।

राजगढ़ में पुलिस ने गुलखेड़ी, सुलखेड़ी और कड़िया से इस गैंग के सदस्यों की जानकारी हासिल की। 2 दिसम्बर को पुलिस को सूचना मिली और तब जाकर दबिश के दौरान 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। पकड़े गए आरोपियों में संदीप, किशन, संत कुमार, विशाल और हंसराज शामिल हैं, जो सभी मध्य प्रदेश के राजगढ़ के रहने वाले हैं।